krishan saini Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid krishan saini 8 Nov 2018 · 1 min read प्रीत लिखबो पढ़बो आयो,बैठ्यो थारे संग। भैजा रै सगळे भेदा,और निकळगी जंग। लेखणी नै माण मिल्यो,स्वम मिल्यो छै प्रीत। कृष्ण ळिख अर्चणा करै,गाता रहो थै गीत। ✍कृष्ण सैनी(विराटनगर) ?????? Hindi · मुक्तक 3 1 282 Share