Kishan Pranay Tag: कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kishan Pranay 19 Nov 2020 · 1 min read अँधियारे में कौन हँस रहा। रंगमंच पर नाट्य चल रहा, लंकपति सीता को हर रहा, तब नेपथ्य से आता एक ठहाका सीय पर तंज कस रहा। अँधियारे में कौन हँस रहा। अँधियारे में कौन हँस... Hindi · कविता 1 1 238 Share Kishan Pranay 19 Nov 2020 · 1 min read बोलो ! क्या मुझको मेरा अधिकार दिला पाओगे तुम ? सत्ता पर आरूढ़ जनों तुम, गूढ़ और मतिमूढ़ जनों तुम, हाथ तुम्हारे भाग्य देश का सौंप दिया है लेकिन बोलो ! क्या इस देश को एक उचित आकार दिला पाओगे... Hindi · कविता 1 470 Share Kishan Pranay 19 Nov 2020 · 1 min read ना जाने कब पाओगे तुम लोग मेरा सम्मान कब होगा यह खेल बंद तुम लोगों के परपंचों का, कब तक लिए फिरोगे सर पर हाथ ऊपरी मचों का, कब तक निर्धन जन,बेबस फरियादी मारा जाएगा, कब करना तुम... Hindi · कविता 1 310 Share Kishan Pranay 19 Nov 2020 · 1 min read कब लेगा यह युद्ध विराम। जंग छिड़ी है किन लोगों में, फूट पड़ी है किन लोगों में, मन में द्वेष की लपटें लेती, आग बड़ी है किन लोगों में, जो भड़की या भड़काई है लेती... Hindi · कविता 2 340 Share Kishan Pranay 18 Aug 2020 · 1 min read कालवेदी पर जीवन रत हो, कालवेदी पर जीवन रत हो, मस्तक नत हो उससे पहले, इतिहासों के पन्नो पर , एक स्वर्णिम चित्र बना जाऊँ मैं। मानव श्रम को पा जाऊँ मैं। स्वार्थ भाव मिटा... Hindi · कविता 2 2 462 Share