Khalid Nadeem Budauni Tag: ग़ज़ल/गीतिका 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Khalid Nadeem Budauni 6 May 2022 · 1 min read उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी उसने कोई बात समझाई ना थी अक़्ल मुझको इस लिए आई ना थी फासला तो कर दिया हालात ने उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी नकहतें क्यों हैं फज़ा में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 387 Share Khalid Nadeem Budauni 27 Sep 2021 · 1 min read अमीर-ए-शहर से इतना सवाल कर देखो तअल्लुक़ात की सूरत निकाल कर देखो मिरे ख़्याल को अपना ख़्याल कर देखो खुशी, सुकून, मसर्रत, निशात के लम्हे किसी ग़रीब की झोली में डाल कर देखो जो चाहो सब्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 235 Share Khalid Nadeem Budauni 3 Mar 2021 · 1 min read आस ही आस में हसरत न ये मारी जाये आस ही आस में हसरत न ये मारी जाये एक शब उसके ख़ियाबाँ में गुज़ारी जाये लाला-ओ-गुल में भले शाम गुज़ारी जाये ज़िंदगी शोख़ मनाज़िर पे न हारी जाए क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 245 Share Khalid Nadeem Budauni 3 Mar 2021 · 1 min read तेरी चाहत अगर नहीं होती (गज़ल) तेरी चाहत अगर नहीं होती बे-ख़ुदी हमसफ़र नहीं होती फ़िक्र-ए-परवाज़ अगर नहीं होती ख़्वाहिश-ए-बाल-ओ-पर नहीं होती ज़िंदगी को गले लगाते हम ख़ूबसूरत अगर नहीं होती डूब जाती हैं कश्तियाँ कितनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Khalid Nadeem Budauni 3 Mar 2021 · 1 min read बागबाँ को सरहदों के पार तक जाना पड़ा आज़माइश, इम्तिहाँ, ईसार तक जाना पड़ा जाँ-निसारी को रज़ा-ए-यार तक जाना पड़ा ज़िंदगानी की हदों के पार तक जाना पड़ा चाहने वालों को आख़िर दार तक जाना पड़ा आगही को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 221 Share Khalid Nadeem Budauni 3 Mar 2021 · 1 min read हमारे शहर का मंज़र बदलने वाला है हमारे शहर का मंज़र बदलने वाला है सियाह रात में सूरज निकलने वाला है नया लिबास जो हर दिन बदलने वाला है अमीर-ए-शहर के टुकड़ों पे पलने वाला है ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 252 Share