Kaushal Kumar Pandey आस Language: Hindi 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kaushal Kumar Pandey आस 3 Jun 2023 · 1 min read मन की आँखें खोल आँख मूंद लें चाहें वंदे मन की आँखें खोल। घोटालों में घुटी जिंदगी खोल जरा तू पोल।। वंदे मन की आँखें खोल।। मानव आज बना व्यापारी। इससे सारी दुनिया हारी।... Poetry Writing Challenge · कविता 97 Share Kaushal Kumar Pandey आस 24 May 2023 · 1 min read राम है अमोघ शक्ति ******************************** मूर्ख आज बनें ज्ञानी,इनका न कोई सानी, अर्थ का अनर्थ कर, मूर्खता दिखाते हैं। ******************************** करें राम पे विवाद,जाने नहीं अनुवाद, सदग्रंथ मानस को , गलत बताते हैं। *********************************... Hindi · कविता 1 178 Share Kaushal Kumar Pandey आस 24 May 2023 · 1 min read केहिकी करैं बुराई भइया, केहिकी करैं बुराई भइया, केहिको करैं बखान। कोउ न अपनो परै दिखाई, लुटरे सबहि समान।। कोउ दिखावै देश भगतिवा, कोउ दिखावै दान। मंहगाई मा मरे जात सब, भूखे मरै किसान।।... Hindi · कविता 1 247 Share Kaushal Kumar Pandey आस 23 May 2023 · 1 min read प्यार नहीं दे पाऊँगा गीत चाह प्यार की अब मत करना, प्यार नहीं दे पाऊँगा। बहुत दिनों तक साथ चला पर, साथ न अब दे पाऊँगा। नयन मूंद कर तुमको चाहा, कैसा पागलपन मेरा,... Poetry Writing Challenge · गीत 1 163 Share Kaushal Kumar Pandey आस 1 Jun 2022 · 1 min read वंदनीय है भारत माता 🌹🌹 प्रदीप छंद 🌹🌹 ÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷ वंदनीय है भारत माता,रखती सबका ध्यान है। यही विश्व में एक अजन्मा,मिटे न इसकी शान है।। युगों-युगों से गंगा यमुना,रही बुझाती प्यास को। इसकी माटी... Hindi · छंद 221 Share Kaushal Kumar Pandey आस 31 May 2022 · 1 min read नवगीत बैठे ठाले ध्यान लगा लें। प्रभु को अपना मीत बना लें।। चार प्रहर का है ये जीवन, नश्वर है नर तेरा ये तन, माटी में इसको मिलना है, मन हो... Hindi · गीत 130 Share