Kashiram 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kashiram 9 Dec 2018 · 1 min read मेघ की भावना कोशिश करता हूँ, फिसल जाता हूँ, बार-बार मिलने आता हूँ, आँसू बनकर निकल जाता हूँ, पास थोड़ा, दूर थोड़ा हूँ, मिल नहीं पाता हूँ, उससे पहले वह जाता हूँ! -काशीराम... Hindi · कविता 1 1 418 Share Kashiram 14 Nov 2018 · 1 min read बचपन की यादें अब क्यों आ रही हो ? थोड़ा रुक भी जाओ , ये बचपन की यादें ! समझ नहीं आ रहा ? सब बदल गये हैं , और कुछ हम भी... Hindi · कविता 2 2 554 Share