Karan Shora ,Revenue lekhpal Jhansi UP Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Karan Shora ,Revenue lekhpal Jhansi UP 14 Jul 2021 · 1 min read ️।। मेरी मुझसे इक पुकार ️।। कुछ ऐसा हुआ नही, पर न जाने कुछ हुआ सा है। कुछ खास कहि जला नही कही फिर भी कुछ बुझा बुझा सा है। युही न फूल देख मुस्कुरा दिया... Hindi · कविता 460 Share Karan Shora ,Revenue lekhpal Jhansi UP 7 Jul 2021 · 1 min read फिर वही चार लोगो को कहते सुना युही चलते चलते आज मैंने फिर उन्ही चार लोगों को फिर बाते करते हुए सुना, थी बकवास ही पर कुछ कुछ मामला संगीन सा लगा। अपनी अपनी बेटी के रिश्ते... Hindi · कविता 3 261 Share Karan Shora ,Revenue lekhpal Jhansi UP 7 Jul 2021 · 1 min read आखिर हम चाहते क्या है? जिंदगी वीत रही है सिर्फ चाहतो में, और हमे पता तक नही है कि आखिर हम चाहते क्या है। चाहतो का अंबार लगा है इर्द गिर्द, एक चाहत के बाद... Hindi · कविता 3 283 Share Karan Shora ,Revenue lekhpal Jhansi UP 2 Jul 2021 · 1 min read दो हाथ कहने को दो हाथ ही पर कई सवाल बन जाते है, छूए जो आपस में तो प्रार्थना बन जाते है,? झुके जो आगे तो याचना बन जाते है,? कहने को... Hindi · कविता 1 570 Share