KAPIL KUMAR Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid KAPIL KUMAR 2 Jan 2019 · 1 min read माँ की पीड़ा 9 माह अपनी कोख़ में रखकर ना जाने कितना दर्द सहती होंगी माँ !! फूलों की तरह कोमल रहने वाली ना जाने कितना बिलखती होंगी माँ !! पल-पल दर्दनाक दर्द... Hindi · कविता 2 434 Share