Kanchan Gupta Language: English 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan Gupta 27 May 2024 · 1 min read तप्त हृदय को , सरस स्नेह से , तप्त हृदय को , सरस स्नेह से , जो सहला दे , मित्र वही है । रूखे मन को , सराबोर कर, जो नहला दे , मित्र वही है ।... Poetry Writing Challenge-3 130 Share