Kanchan Advaita Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read गहराई दरकता सा दर्द हूँ मत जाना इन मुस्कुराहटों पर, अक्सर मुस्कुराहटों के पीछे ज़ख्म गहरे होते हैं इन झील सी आँखों का बहता अश्क़ हूँ अथाह दर्द का समंदर लहराता... Poetry Writing Challenge-3 74 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read तुम्हारा आना तुम्हारा आना तुम्हारा आना यूँ है जैसे तपते मरुस्थल में वर्षा का आ जाना मरुस्थल की प्रतीक्षा को अंततः एक विराम देता सा स्वरूप तुम्हारा लगता है मरुस्थल में भी... Poetry Writing Challenge-3 62 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read वीर सैनिक अपनी जिंदगानी लुटा कर वतनपरस्ती निभा गये सच्चे वीर सैनिक वतनपरस्ती की ख़ातिर अपना खून बहा गये सब घरों के चिराग रोशन कर, खुद को बुझा गये लोग अपनी रजाईयों... Poetry Writing Challenge-3 77 Share Kanchan Advaita 16 May 2024 · 1 min read स्पर्श शब्द, स्पर्श, रूप, रस, गंध से परे क्या कल्पना में भी कोई बेहद क़रीब हो सकता है बिना दैहिक स्पर्श के कोई भीतर तक अंतर्मन छू सकता है हाँ, उसकी... Poetry Writing Challenge-3 1 57 Share Kanchan Advaita 16 May 2024 · 1 min read खिड़कियाँ कुछ खिड़कियाँ कभी नही खुलतीं इतनी सील जाती है जब बरसों से घर बंद रहता है घर के बाशिंदे परदेस में आशियाँ बना लेते हैं एक बेहतर सुख सुविधा सम्पन्न... Poetry Writing Challenge-3 74 Share