kamal purohit 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kamal purohit 16 May 2022 · 1 min read ग़ज़ल भले ये तुम्हारी रिवायत नहीं मुहब्बत में मेरी मिलावट नहीं ज़माने को होगी ज़रूरत भले मुझे अब तुम्हारी ज़रूरत नहीं लिखा है वही जो हमें सच दिखा हमें झूठ लिखने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 396 Share kamal purohit 6 May 2022 · 1 min read ग़ज़ल इस ज़ीस्त के पलों को जलाने में रह गया वो सिर्फ रुपये पैसे कमाने में रह गया मुश्किल के दौर में न कोई देता साथ है दौर ए ख़ुशी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 319 Share kamal purohit 4 May 2022 · 1 min read मेरे पिता ने मुझे समझाया जब जब दुनिया ने किया सवाल मेरे पिता ने मुझे समझाया रखना नही तू मन में मलाल मेरे पिता ने मुझे समझाया ऊपर से रहते है कठोर मन है शांत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 194 Share kamal purohit 4 May 2022 · 1 min read पिता भी चाहने वाला है (गीत) सर पर बोझा लेकर जिसने, अपना परिवार सँभाला है। बच्चों को माँ के जैसा ही, पिता भी चाहने वाला है। सुबह शाम नित काम करें वो,समय नहीं दे पाता क्षण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 393 Share kamal purohit 4 May 2022 · 1 min read धरती ये जब से जन्मी है (गीत) धरती ये जब से जन्मी है, दिन सबके बीते जाते हैं। फेर समय का यह कहता है,मौसम भी बदले जाते हैं। दुख का दौर बदल कर कलतक, खुशियों में क्या... Hindi · कविता 157 Share kamal purohit 18 Sep 2019 · 1 min read मन और बच्चा कह रहा है दिल में छुप के बैठा इक बच्चा कोई नौकरी से ही क्या ये मन सिर्फ है भरता कोई। अब पढ़ाई, खेल सब ही फोन पर होने लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 551 Share kamal purohit 18 Sep 2019 · 1 min read जरूरी है हक़ीकत से सभी को रूबरू होना जरूरी है। अगर पाने की हो ख़्वाहिश तो कुछ खोना जरूरी है। कभी ये जिंदगी ही फाड़ देती तन के कपड़े भी। कि रिश्तों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share kamal purohit 15 Sep 2019 · 1 min read गाँव का बचपन अभी अहसास फिर जागा कहाँ बचपन गया मेरा ? कहाँ छूटी है मासूमी ? कहीं क्या कुछ मिला मेरा ? किसी मासूम सी मुस्कान को देखा तो दिल बोला इसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 524 Share kamal purohit 14 Sep 2019 · 1 min read किताबें किताबों से किताबों तक जुड़ा लेखक का नाता है। किताबें हाथ में हो तो हमें फिर कुछ न भाता है। किताबें पढ़ के हमने तो यही जाना हैं दुनिया में।... Hindi · मुक्तक 312 Share kamal purohit 14 Sep 2019 · 1 min read हिंदी एक दिवस का ज्ञान मिलेगा,हिंदी को सम्मान मिला है। कल देखेंगे हिन्दोस्तां में,इंग्लिश को ही मान मिला है। कभी कभी इक सपना दिन में, आ जाता है चलते फिरते। बनी... Hindi · मुक्तक 1 1 287 Share kamal purohit 14 Sep 2019 · 1 min read सफ़र ज़िंदगी का सफ़र जिंदगी का ख़तम हो रहा है। कि साँसों का चलना भी कम हो रहा है। खुशी है अधूरी बिना ग़म के यारा। रहो खुश की तुमको भी ग़म हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 430 Share kamal purohit 13 Sep 2019 · 1 min read मुसव्विर/चित्रकार ओ मुसव्विर अक्स मेरी आँख में है प्यार का। देख कर उसको बना दे चित्र मेरे यार का। रंग थोड़ा साँवला है रुख़ दमकता धूप सा। लगता है जैसे कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 308 Share kamal purohit 13 Sep 2019 · 1 min read ग़ज़ल आज बैठा हूँ पकाने रिश्तों की मीठी ग़ज़ल। रूह को तस्कीन देने वाली इक प्यारी ग़ज़ल। माँ की ममता और इसमें है पिता का प्यार भी। माँ पिता के लाड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 435 Share