Deepali Kalra Tag: कविता 120 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Deepali Kalra 20 Apr 2022 · 1 min read पिता दीपाली कालरा विषय मेरे पापा आज सबने मेरे पापा की रट लगाई है। मेरे पापा के नाम पर स्टेट्स पर अपने पापा की फ़ोटो चिपकाई है। और देखो मेरी किस्मत,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 617 Share Deepali Kalra 20 Apr 2022 · 1 min read भाग्य की तख्ती भाग्य की तख्ती भाग्य को क्यों कोसना , भाग्य तो कोरी तख्ती होती है , कर्मो की स्याही से रची जाती है , अच्छे कर्मो की स्याही से लिखी ,... Hindi · कविता 4 1 660 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read इस चक्रव्यूह से जितना बचे अच्छा है कोई बुरा करे और हमे बुरा न लगे तो उसे बुरा लगता है कोई भला करे हम भला न कहे तो भी उसे बुरा लगता है कोई ग़ुस्सा करे हम... Hindi · कविता 2 165 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read खुद को अकेले ही तय करना किसी के लिए आंसू कम पड़ जाते हैं , जो मुस्कुराकर गम हम छिपा जाते हैं। किसी के लिए लहरों से मचलता समंदर है तो कोई दिल की गहराई में... Hindi · कविता 1 204 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read मन तो करता मन तो करता कई बार बंदिशों को तोड़ कर जीने का मन सब का करता हैं लहरें उफऩ कर किनारों को छूती हैं हां उनको सागर में ही वापस आना... Hindi · कविता 1 2 193 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read जायका जायका खाने का ही नहीं शब्दों का भी होता है जनाब इसलिए शब्दों को ......... पहले खुद चख लिया करो फिर दुसरो को परोसा करो जो स्वाद खुद को ना... Hindi · कविता 2 200 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read साबित क्यों साबित क्यों????? हम जिंदगी भर साबित करते रहते एक अच्छी मां,अच्छी पत्नी ,अच्छी बहु अच्छी दोस्ती,अच्छी नागरिक बहुत कुछ.... पर क्या साबित होता हैं कुछ भी???? एक चूक हुईं नहीं... Hindi · कविता 1 153 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read न्यूज़ देखने बैठे हैं पर विज्ञापन ही नज़र हैं आए सिर पर जितने बाल नहीं अब उतने तेल नज़र आएं मर्ज़ भले ही गिन पाएं पर जांचे कितनी समझ ना आएं उलझ गई ये कैसे ज़िन्दगी जैसे जैसे बीता समय... Hindi · कविता 1 254 Share Deepali Kalra 7 Apr 2022 · 1 min read मेरे बच्चे मेरे बच्चे , तुझे पता हैं तू कौन हैं तू मेरी सुबह की चाय का प्याला हैं जिसे पी के मेरा दिन बन जाता हैं और बिन पिए सर मेरा... Hindi · कविता 1 217 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read कुछ बिखरती-कुछ संवरती कुछ बिखरती-कुछ संवरती इक एहसास तेरे पास से यूं ही तो न गुजरा होगा मेरी खामोशी नें तुझसे जरुर कुछ तो पूछा होगा तेरा एहसास अब गुजरता नहीं मुझसे होकर... Hindi · कविता 1 158 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read थोड़ी सी खुशी की चाह रखते हैं हम कल के सूरज को विदा कर आने वाले सूरज का इन्तजार करते हैं हम नई किरणों के साथ आने वाले नये साल का स्वागत करते हैं हम दुनियाँ भर की... Hindi · कविता 1 243 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read जिस बहस का अंत ही ना हो उस बहस का रुख़ मोड़ दो छोड़ दो जिस बहस का अंत ही ना हो उस बहस का रुख़ मोड़ दो जब कोई तुम्हारी बात ही ना समझें अपनी बात को बीच में ही तोड़ दो... Hindi · कविता 1 163 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read मौन हूं मैं मौन हूं मैं मुझे कमजोर मत समझना निशब्द हूं मै मुझे गूंगी मत समझना आइने सी साफ हूं तोड़ने की कोशिश मत करना तोड़ते तोड़ते मुझे तुम खुद खत्म हो... Hindi · कविता 2 2 176 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read जिन्दगी और उम्र जिन्दगी और उम्र जिन्दगी को पूछा मैंने, तुम्हारी शिकायत करूँ तुमसे? ब्रह्माण्ड इतना विशाल उम्र अरबों , करोड़ों साल की तारे, सूरज, ग्रह इतने बड़े, इतने दूर, जीवन बहुत छोटा... Hindi · कविता 2 550 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read जिन्दगी से गुफत्गू करलो जिन्दगी से गुफत्गू करलो किसके पास फुरसत है दिल लगाने की झेल रहे हैं हम बेरुखी जमाने की भागती फिरती दुनिया में किसी को होश कहाँ थोड़ा सुस्ता लो ,... Hindi · कविता 1 185 Share Deepali Kalra 4 Apr 2022 · 1 min read पता-ही-नहीं-चला पता-ही-नहीं-चला अरे यारों कब 20+, 30+, 40+ के हो गये पता ही नहीं चला, कैसे कटा 22 से 36,40 तक का सफ़र पता ही नहीं चला, क्या पाया क्या खोया... Hindi · कविता 2 849 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read प्यारी माएं..... ना सुबह देखी ना रात देखी, ना सुकून भरी वो शाम देखी, बिना शिकायत बिना थके देखी, फ़र्ज़ निभाते हुए हमेशा देखी। वह है प्यारी माएं..... परिवार में खयाल सभी... Hindi · कविता 2 2 229 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read अपनी सांसों पर भी है एतबार कहाँ ऐतबार अपनी सांसों पर भी है एतबार कहाँ क्षण में हैं टूटती जीवन की लडियाँ है ऐसा देखा संसार यहाँ है सांसों पर भी एतबार कहाँ! गुथे हार कुछ अनमोल... Hindi · कविता 1 174 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 2 min read वर्किंग वुमन मेरी रचना में आज का विषय है वर्किंग वुमन- वर्किंग वुमन हूँ तो क्या हुआ मैं भी छौक लगाती हूं सुबह सबसे पहले घर में उठकर किचन से बखूबी दोस्ती... Hindi · कविता 2 174 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read नवरात्रि महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं सिंह की सवार बनकर रंगों की फुहार बनकर पुष्पों की बहार बनकर तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ खुशियाँ अपार बनकर रिश्तों में प्यार बनकर बच्चों का दुलार बनकर समाज... Hindi · कविता 3 4 237 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read अगर मंजिल पाना है तो अगर मंजिल पाना है तो, अकेले सफर करना होगा दुनिया वाले लाख कुछ कहें, कुछ न असर करना होगा। अगर मंजिल पाना है तो....... पथ में काँटे अनेक होगें, पग... Hindi · कविता 1 197 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read जीवन यूॅं जियो हर पल जीवन यूॅं जियो हर पल हसीं अहसास बन जाए हमारे साथ भी महके हमारे बाद रह जाए बुरा बेशक जहाॅं समझे सॅंवारो कर्म खुद के यूॅं दागी चाॅंद की बेदाग... Hindi · कविता 4 188 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 2 min read क्यों लिखती हूं कविता क्यों लिखती हूं कविता खुद को लेखकों की कतार में देखना चहती हूं । बड़ी बड़ी बातें लिख कर सबके दिलों में उतरना चाहती हूं। मैंने भी देखा है कलम... Hindi · कविता 2 313 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read नवरात्रि का त्योहार इंतजार के बाद........... आता है, यह नवरात्रि का त्योहार...... सच्चे मन से करके, आराधना मां की आओ तन मन धन ,देवे वार............ असली नवरात्रा होगा.... हे... Hindi · कविता 2 224 Share Deepali Kalra 1 Apr 2022 · 1 min read आर्थिक लेखाबन्दी दिवस आज 31 मार्च है वार्षिक आर्थिक लेखाबन्दी दिवस, कोई व्यस्त है बही खातों में कोई आय छुपाने को विवश झूठे सच्चे खर्च दिखा कर कर बचाने की करें कोशिश अधिवक्ता... Hindi · कविता 1 170 Share Deepali Kalra 24 Mar 2022 · 1 min read शब्दों में ही ढूंढता चैन कवि मन होता बेचैन शब्दों में ही ढूंढता चैन। भावों से भरा लेकर चित कल्पनाओं के बन जाते मीत।। सूर्य की तपिश या हो बरसात नदी , नदीश की भी... Hindi · कविता 1 2 194 Share Deepali Kalra 24 Mar 2022 · 1 min read उलझते रिश्ते उलझते रिश्ते .... रिश्तों की आपस-दारी रखने को फ़नाह होती उम्र बचा ना सके कच्चे निकले सब धागे वो गिरह तक पक्की लगा ना सके बूंद दर बूंद सींचा फिर... Hindi · कविता 1 290 Share Deepali Kalra 24 Mar 2022 · 1 min read जरा संभल के चलो जरा संभल के चलो ये जिंदगी हैं ,साहेब जरा संभल के चलो ये सच हैं कि पैसे लेकर नहीं जाना है , ऊपर ओर ये भी हकीकत है कि पैसे... Hindi · कविता 2 423 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read जब पथ हो संघर्ष वाला फिर भी, चेहरे पर मुस्कान हो जब पथ हो संघर्ष वाला, समय नहीं हो हर्ष वाला l जीवन के गलियारों में, नहीं कोई मधुर गान हो l फिर भी, चेहरे... Hindi · कविता 1 243 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read औरतों को समझना बड़ा आसान होता है औरतों को समझना बड़ा आसान होता है। थोड़ा मुस्कुरा के बोले, थोड़ा सम्मान से बोलें, थोड़ा समझ के बोलें, औरतों को समझना बड़ा आसान होता है उनके काम को सराह... Hindi · कविता 1 196 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read लम्हों की खता लम्हों की खता लम्होंकी खता जिंदगी ले जाती हैं हंसना भी चाहो पर जिंदगी रुलाती हैं क्यों किया इश्क क्यों दिल का दर्दं लिया क्यों जुड़े तुझसे क्यों दामन जलने... Hindi · कविता 1 494 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read एक्सेप्ट करो, एक्सपेक्ट नहीं एक्सेप्ट करो, एक्सपेक्ट नहीं दुनिया बहुत ही सुंदर है मत उम्मीदों में बर्बाद करो दिल से आबाद करो क्यों खुद के जैसा बनाने पे तुले हो खुद को ही क्यों... Hindi · कविता 1 550 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read होली के रंग होली के रंग, दिखने को महज - लाल, पीले, गुलाबी या हरे होतें हैं, मन की आंखों से देखो तो,स्नेह से सराबोर,सच्चे और अच्छे सद्भाव से भरे होतें हैं। तुम,... Hindi · कविता 1 248 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read होली के रंगों सा तुम होली के रंगों सा तुम जीवन खुुुशियों से रंग लेना भरकर रंग उम्मीदों के.. सपने सतरंगी कर लेना... मिटाकर द्वेष दिलों का तुम दुश्मन को गले लगा लेना मुस्कराहटों का... Hindi · कविता 1 166 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read मन के रंगो की होली मन के रंगो की होली आओ खेले मन के रंगो से होली प्यार से होगा गुलाबी लाल जोश से सजेगा रंगीला लाल हरा होगा दुवाओ का रंग बसंती होंगे ऋतु... Hindi · कविता 1 141 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read अब के होली कुछ ऐसा हो अब के होली कुछ ऐसा हो जहाँ रंग बिरंगी फूल खिले उस बगिया के जैसा हो. मिट जाये हर भेदभाव मन में उदय हो प्रेम भाव भूल के सारे बैर... Hindi · कविता 1 173 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read रंगो का बौछार होली का उत्सव है आया, रंगो का बौछार लाया। खुशियों का बारात बन, सबको है खूब भिगोया। गिले-शिकवे सब मिटाकर, दिल में प्यार का एहसास जगाया। मन में बसे अनचाही... Hindi · कविता 1 151 Share Deepali Kalra 15 Mar 2022 · 1 min read आयी होली, आयी होली आयी होली, आयी होली आयी होली, आयी होली। सब मिलजुल कर खेलो होली।। गुम हो गए अब हंसी ठहाके। रहते सब भेदभाव का रंग चढ़ा कर।। हर तरफ मज़हब की... Hindi · कविता 2 141 Share Deepali Kalra 11 Mar 2022 · 1 min read इतना सा तुम कर दो इतना सा तुम कर दो हां, हां अभी, अभी सुना हमनें औरतों के लिए कितना कुछ कर दिया सुकन्या योजना,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बस में सीट,फ्री में स्कूटर,सिलाई मशीन मेट्रो,ट्रेन... Hindi · कविता 1 327 Share Deepali Kalra 11 Mar 2022 · 1 min read सुख दुःख ही तो दुनिया की गाड़ी को चलाते है सुख भी मुझे प्यारे है दुःख भी मुझे प्यारे है छोडूं मैं किसे भगवन दोनों ही तुम्हारे हैं सुख दुःख ही तो दुनिया की गाड़ी को चलाते है सुख दुःख... Hindi · कविता 2 277 Share Deepali Kalra 11 Mar 2022 · 1 min read कभी बैठकर तो देखो दो घड़ी बेज़ुबान कभी बैठकर तो देखो दो घड़ी इन बेज़ुबान प्राणियों के साथ बड़ी मीठी होती है इनकी मूक सी ज़बान चाहते हैं ये भी हमसे प्यार अपनी भाव भंगिमाओं से... Hindi · कविता 1 282 Share Deepali Kalra 11 Mar 2022 · 1 min read मेरे देश की लड़कियों वो भी एक कहानी है, तुम भी एक कहानी बनो। मेरे देश की लड़कियों, तुम झाँसी की रानी बनो। अपने अन्दर हिम्मत भरो, अब सरमाना छोड़ दो। जो भी बन्धन... Hindi · कविता 2 174 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read औरत के भीतर का ये एहसास "एहसास" औरत के भीतर का ये एहसास जिसे कोई समझ नहीं पाता और शायद समझना भी नहीं चाहता दर्द को छिपाती जबरन सी उसकी मुस्कुराहट खेलता था बचपन, खिलखिलता हुआ... Hindi · कविता 1 206 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read डरों नहीं लड़ो डरों नहीं लड़ो डरो नहीं लडो डरो गे तो वहीं रह जाओगे लड़ोगे तो आगे बढ़ जाओगे हर समस्या का होगा तभी समाधान,जब डर कर नहीं लड़कर करोगे सामना डर... Hindi · कविता 1 273 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read किसने कहा, कि ज़िंदगी सिर्फ़ एक बार मिलती है किसने कहा, कि ज़िंदगी सिर्फ़ एक बार मिलती है। ज़िंदगी तो हर रोज है बस मौत एक बार मिलती है। बेअक्ल हैं लोग, जो जुबां पर आता है, बोल देते... Hindi · कविता 1 222 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read सच जानते तो सब है सच जानते तो सब है पर कोई बोलता नहीं है झुठ से नाराज़ तो है सब खून किसी भी खोलता नहीं है हासिल करना है सब जो भी दिल चाहे... Hindi · कविता 1 162 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read प्रकृति के आगे प्रकृति खामोश है जब सोये तो समय था | जागे तो समय नहीं है || जिंदगी जो कल थी | वह आज नहीं है || न अब अपनों की भीड़ है | इन्सानियत... Hindi · कविता 1 145 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read सबसे अच्छी दोस्त पता नहीं तुम्हें पता है कि नहीं कि तुम मेरी सबसे पहली सबसे अच्छी दोस्त थीं । तुम्हारे पन्नों में मौजूद है मेरी हर उड़ान से पहले की बेचैनी और... Hindi · कविता 1 152 Share Deepali Kalra 10 Mar 2022 · 1 min read महिला दिवस बीत गया महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान में जगह जगह आयोजन हुए कहीं आश्वासन दिए तो कहीं लंबे चौड़े भाषण हुए उन्हें धरती के तुल्य सहन शील, विशाल सागर के सदृश,... Hindi · कविता 1 254 Share Deepali Kalra 9 Mar 2022 · 1 min read त्याग की देवी का नाम ना दो किसी और का हक नहीं चाहिए, मुझे बस मेरा हक दे दो। मेरी भी अपनी कुछ मर्ज़ी है, मुझे मेरी मर्जी से जीने दो। मेरा हक छीन कर मुझसे, त्याग... Hindi · कविता 2 205 Share Page 1 Next