Kailash singh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तेरी हर मासूमियत पर मेरा गजल निकला है ये चाँद जो मेरी गलियों में आजकल निकला है मानों मेरी राहतों का सफर चल निकला है देखकर तुझे, कही होश न गवा बैठूं तो ये दिल तेरी ओर सम्हल-सम्हल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 829 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तुझसे दूरियाँ सोचकर डर जाता हूँ मैं तुझसे दूरियाँ, सोचकर डर जाता हूँ मैं तुझे दर्द, तो सिहर जाता हूँ मैं काश तुझे खुद में छुपा लेता तेरी मुस्कुराहटों से निखर जाता हूँ मैं ख्वाबों में तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 429 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तू मुझमें पूरी कहानी है मैं जिक्र सा हूँ तुझमें और तू मुझमें पूरी कहानी है मैं इश्क़ सा हूँ तुझमें और तू मुझमें मेरी निशानी है मैं कैद कर लिया जुबान अपनी पर तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 520 Share Kailash singh 2 Mar 2020 · 1 min read तेरी आँखों को शराब लिखूँ तेरी आँखों को शराब लिखूँ। या खुद को पागल बेहिसाब लिखूँ। ख्वाबों का समन्दर है मन में। तुझे लहर नायाब लिखूँ। हर पन्ने, हर पंक्ति में तेरा ज़िक्र होगा। तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 470 Share Kailash singh 2 Mar 2020 · 1 min read तुझे छूकर इन हवाओं को मेरी ओर बहनें दे तुझे छूकर इन हवाओं को मेरी ओर बहनें दे। कहने दे आखों को जुबां खामोश रहने दे। छुप जाने दे मुझे अपनी परछाइयों मे। तेरी मेरी दूरियों की ये साझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 300 Share Kailash singh 10 Feb 2020 · 1 min read हमारे जैसा ये दिल कहाँ पाओगे मिल जाएगें हमारे जैसे लाखों मगर हमारे जैसा ये दिल कहाँ पाओगे। जहाँ सिद्दत से तुम्हारी हिफाज़त होती है तुम ऐसी महफ़िल कहाँ पाओगे। मेरी हकीकत की तरह हो तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 3 346 Share Kailash singh 9 Feb 2020 · 1 min read सीनें में अभी ये आग जलने दे सीनें में अभी ये आग जलने दे कबूल होगी दुआ तू आस पलनें दे खूबसूरत सी चांदनी रात होगी बस साझ ढ़लने दे चांद के पार जानें की उड़ान होगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 1 265 Share