Jyoti Vishwakarma 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Vishwakarma 22 Nov 2018 · 1 min read एक बार जन्म लेने दो मां मैंने इतना किसी को न जाना... जितना तुम्हें महसूस किया है... आंख पता नहीं ,कब खुलेगी मेरी.. पर ,मैंने मन की आंखों से तुम्हें, देख लिया है ... पर आज... Hindi · कविता 1 4 297 Share