Juhi Grover Tag: इन्सान 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Juhi Grover 29 May 2024 · 1 min read भगवान भी शर्मिन्दा है कितनों के तुम दिल तोड़ोगे, बस अब खत्म करो ये सिलसिला, बेवफाई भी तुम से शर्मिन्दा है। कितनों को तुम जीते जी मारोगे, बस अब रोको ये काफ़िला, अब तो... Poetry Writing Challenge-3 · इन्सान · कविता · पुलिन्दा · भगवान · शर्मिन्दा 98 Share