जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया Tag: सोरठा छंद 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read सत री संगत संगत की नह संत, पड्यो माया मोद में। याद करियौ भगवंत, जातो टांणै जीतिया।। © जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 35 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read सोरठौ हुनर करोह हजार, लिखयां सो ही लाभसी। देवै वो दातार, जतन प्रवाणै जीतिया।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 59 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read राम रटलै थ्हारी म्हारी छोड़, रचना रटलै राम नै। ठावी मिळ्सी ठौड़, राम रावळै जीतिया।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 37 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मारगियां हैं तंग, चालो भायां चेत ने। मारगियां हैं तंग, चालो भायां चेत ने। जीवण हंदी जंग, जग में दोरी जीतणी।। © जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 36 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read सोरठौ बोलें कूड़ करोड़, रिदै कपट रो मानवी। नातौ उणसूं तोड़, जीते हमेस जीतिया।। © जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 51 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे। मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे। करै धूड़ रो तोल, जगत मांयनै जीतिया।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 32 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read सोरठौ भयहर राखै भांन, सकल जीव संसार रो। सगळा अेक समान, जात भाळै न जीतिया।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · सोरठा छंद 63 Share