जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया Tag: वीर रस के दोहे 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read सूरवीर कर करवाळां चमकती, चंचळ चढ्यां सूर। रण में रमता देख ने, दुसमण भागे दूर।। © जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · वीर रस के दोहे 68 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read रणबंका राठौड़ कीरत इळां पर उजळी, मुरधर माथै मोड़। सीस बिन संग्राम लड़ै, रणबंका राठौड़ ।। © जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · वीर रस के दोहे 86 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read वीरता रो बखांण कटया पण हटया नही, जमया रण में जोर। इलां माथै अमर हुआ, ठावी पाई ठौर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · वीर रस के दोहे 47 Share