जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read हारे मत ना हौसलों, हारे मत ना हौसलों, अथक थूं प्रयास करें। कोई काम मुश्किल कोनी, डर को थूं नास करे।। मारग भटकावणियां मिळसी घणा थनै इण जगत में। पण छोड़े मत डगर आपणी,... Rajasthani · मुक्तक 32 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read बापूजी कि थ्हां में म्हांरा प्राण बसै, थ्है बरगद छांव बापू जी। सगळां तीरथ थ्हांरै चरणै, चूमू थ्हांरा पाव बापू जी।। थ्है ही म्हांरा सूरज चांद, थ्है ही जीवण प्रकाश बापू... Rajasthani · मुक्तक 55 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read दोस्तो रौ साथ अेक सच्चा दोस्त रे बिना जिंदगी वीरान होवै है अकेला इंसान रे वास्ते हर मारग सुनसान होवै है। जीवन मे दोस्तों रो होणौ बोत जरूरी हैं क्योंकि दोस्तों रे साथ... Rajasthani · मुक्तक 38 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read दोस्ती भले ही रिस्तो खून रो नी वे पण दो आत्माओ रो साथ है दोस्ती हर मुश्किल वक्त में काम आवै वो मजबूत हाथ है दोस्ती करजो हमेशा सच्चा दोस्त री... Rajasthani · मुक्तक 58 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read जिन्दगांणी कितरां उथौमां देइ जिंदगी कितरी पारख लेयी जिंदगी कितरी तौ थ्हूं बीत गई कितरी बाकी रेयी जिंदगी जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · मुक्तक 65 Share