जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया Tag: मायड़ भासा के दोहे 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मायड़ भासा मोवणी, काळजियै री कोर। मायड़ भासा मोवणी, काळजियै री कोर। रोम रोम में रम रही , दाय न आवै ओर।। जितेन्द्र गहलोत धुमबड़िया....✍️ मायड़ भासा के दोहे 28 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मातृभाषा💓 मायड़ भासा मोवणी, काळजियै री कोर। रोम रोम में रम रही , दाय न आवै ओर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मायड़ भासा के दोहे 52 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मायड़ भासा मायड़ मोती पोवतां, नित रो बढ़तो नेह। सागर ऊंडौ ग्यांन रो, सबदां झरतौ मेह।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · मायड़ भासा के दोहे 49 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read मायड़ भासा मावड़ी, परथमी पर पिछांण। मायड़ भासा मावड़ी, परथमी पर पिछांण। सींवू मणियां सबद रा, घणौह करै गुमांण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मायड़ भासा के दोहे 61 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read मायड़ भासा री मानता मुरधर रो म्हूं मानवी, मांडू अपणी भास। मिळसी अेक'र मानतां, अंतस राखूं आस।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · मायड़ भासा के दोहे 23 Share