जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया Tag: नीति के दोहे 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ वाणीं सूं नर औळखै, बोलों बैण विचार। वीणौ घड़यौ काठ रौ, राग निकाळै तार।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 30 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दोहा जग में थोड़ौ जीवणौ, राखो हिरदै राम। मीठा बोलो मांणसा , आसी थारै काम।। जितेन्द्र गहलोत 'धुम्बड़िया' .....✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 44 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मिनखपणौ मिनख घणा'ही मही पर, मिनखां रूप अनेक। जिण मिनख में मिनखपणौ , मिळै अनेकां अेक।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 51 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read मतळबी मिनखं मुखड़ै मीठा बोलता, मन में राखै खोट। अेड़ा सूं अळगा भलां, ऊंडी मारे चोट।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 47 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 3 Aug 2024 · 1 min read रिळमिळ रहणौ रिळमिळ रहिजै राज में, मीठो बोली मीत। सुकरत करलै साधना, इण में थारी जीत।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 63 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read नीति री बात रहे सधीरो हेत सूं, वचन विचारें भाख। अपणायत उमडै़ घणीं, हुवै सवायी साख।। जितेन्द्र गहलोत 'धुम्बड़िया'...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 54 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read पाप मती कर प्राणिया, धार धरम री डोर। पाप मती कर प्राणिया, धार धरम री डोर। जमड़ा घेरो घालसी, जाबक चलै न जोर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 49 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read परमारथ कर प्राणिया, दया धरम अर दान। परमारथ कर प्राणिया, दया धरम अर दान। ईसर अवस रखावसी , जुग में थांरी स्यान।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 28 Share