Indu Nandal Language: Hindi 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read चिड़िया ( World Sparrow Day ) डाल-डाल पात-पात पर, चिड़िया कैसे चहक रही है, नील गगन के बादलों पर, परियों जैसी डोल रही है । नहीं उसे किसी का भय, न सोने की चिंता, न उठने... Poetry Writing Challenge-3 2 62 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read चलो चाय पर मिलते हैं चलो चाय पर मिलते हैं जब भी ज़िन्दगी में ताज़गी की ज़रूरत महसूस करते हैं , सभी दोस्त मिलकर कहते हैं , चलो चाय पर मिलते हैं । हर बात... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read नारी है न्यारी जब भी छाए दुखों के बादल, डाल लिया तूने उन्हें आँखों में बना काजल । है नारी वो डोर, जिसका न कोई छोर । कर हर तट पार ,जोड़ती प्यार... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read शबरी की भक्ति शबरी के नैन , देख रहे थे राह प्रभु की दिन रैन । मन में थी बस इक चाह , पधारें प्रभु उसकी राह । मन उसका भक्ति में खो... Poetry Writing Challenge-3 2 61 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read मैं भारत की माटी से आती हूँ रण में उतर जाऊँ पहन बसंती चोला पहन वर्दी वन्दे मातरम् हर साँस ने बोला सीता दुर्गा लक्ष्मी सी कहलाती हूँ मैं भारत की माटी से आती हूँ गंगा से... Poetry Writing Challenge-3 2 34 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read माँ की वसीयत खोलो जब मेरी वसीयत ह्रदय की आँखों से लेना बाँच, तुम ही रहे हो मेरे जीवन के सवेरे और साँझ। वसीयत में रखे पैसे नहीं हैं सिर्फ़ काग़ज़ के टुकड़े,... Poetry Writing Challenge-3 2 37 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read पेंसिल बॉक्स भरा हो कितना भी ज्ञान दिमाग़ में , सब बेकार ग़र पेंसिल बॉक्स ना हो बस्ते में । दुनिया को काग़ज़ पर उतार देते पेंसिल और प्रोटेक्टर , सारी ग़लतियाँ... Poetry Writing Challenge-3 2 46 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read प्रकृति की चेतावनी कुहू कुहू कोयल बागों में नहीं गाएँगी , वो अब कानों में ईयरफ़ोन से सुनी जाएँगी । मौसम बीत गया बरसात का बिन सुने बादल की गर्जन , बेचारे मोर... Poetry Writing Challenge-3 3 42 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “ रातों के अंधेरों से जो न घबराए , तूफ़ानों में नदिया पार कर जाए, नैन भरें हों पर लब मुस्काएँ, ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती । काँटे... Poetry Writing Challenge-3 2 59 Share Indu Nandal 2 Feb 2021 · 2 min read तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त ख़ुशबू में लिपटा ख़त जो तुम्हारा आया, वक़्त को वहीं रुका हुआ पाया। खोलते ही ख़त तुम्हारा दुनिया बदल गई, वीराने में मुहब्बत की महफ़िल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 61 156 2k Share Indu Nandal 22 Jan 2021 · 2 min read भारत मेरी शान भारत मेरी शान गर्व से लहराता तिरंगा, कल-कल बहती पवित्र गंगा । बर्फ़ से ढकीं हिमालय की चोटियाँ, मक्खन में लिपटी बाजरे की रोटियाँ । वीर सैनिकों का बल,खेतों में... Hindi · कविता 12 20 695 Share Indu Nandal 14 Jan 2021 · 1 min read हम बच्चे हम बच्चे हम बच्चे हाँ हम बच्चे, थोड़े कच्चे पर हैं सच्चे । उर में हमारे कृष्ण हैं बसते, उनका हमें सब रूप हैं कहते । आपस में लड़ फिर... Hindi · कविता 9 12 856 Share Indu Nandal 9 Jan 2021 · 2 min read चाह चाह अ दोस्त ज़रा हाथ बढ़ा , जीने की चाह है । आसमाँ थोड़ा झुक जाओ, तुम्हें छूने की चाह है । हवा ज़रा प्रवाह तेज़ कर , तेरे संग... Hindi · कविता 15 19 435 Share Indu Nandal 6 Jan 2021 · 1 min read साहिल साहिल बगिया का सुंदर पुष्प है तू , जग कड़कती धूप, घनी छाँव है तू , महके जिससे आँगन मेरा, वो मनमोहक गुलफाम है तू। पाया तुझे तो जीना आया,... Hindi · कविता 20 28 542 Share Indu Nandal 3 Jan 2021 · 1 min read कोरोना को और न ढोना कोरोना को और न ढोना कोरोना का अनजाना भय,बिगाड़ रहा था जीवन की लय। हवाई जहाज़ों की उड़ी हवाइयाँ,असंख्य लोगों की बंद हुई कमाइयाँ । कोरोना ने क्या दिन दिखलाए,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 54 141 2k Share