Indu Nandal Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Nandal 2 Feb 2021 · 2 min read तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त तुम्हारे अहसास में लिपटे ख़त ख़ुशबू में लिपटा ख़त जो तुम्हारा आया, वक़्त को वहीं रुका हुआ पाया। खोलते ही ख़त तुम्हारा दुनिया बदल गई, वीराने में मुहब्बत की महफ़िल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 61 156 2k Share Indu Nandal 22 Jan 2021 · 2 min read भारत मेरी शान भारत मेरी शान गर्व से लहराता तिरंगा, कल-कल बहती पवित्र गंगा । बर्फ़ से ढकीं हिमालय की चोटियाँ, मक्खन में लिपटी बाजरे की रोटियाँ । वीर सैनिकों का बल,खेतों में... Hindi · कविता 12 20 695 Share Indu Nandal 14 Jan 2021 · 1 min read हम बच्चे हम बच्चे हम बच्चे हाँ हम बच्चे, थोड़े कच्चे पर हैं सच्चे । उर में हमारे कृष्ण हैं बसते, उनका हमें सब रूप हैं कहते । आपस में लड़ फिर... Hindi · कविता 9 12 856 Share Indu Nandal 9 Jan 2021 · 2 min read चाह चाह अ दोस्त ज़रा हाथ बढ़ा , जीने की चाह है । आसमाँ थोड़ा झुक जाओ, तुम्हें छूने की चाह है । हवा ज़रा प्रवाह तेज़ कर , तेरे संग... Hindi · कविता 15 19 435 Share Indu Nandal 6 Jan 2021 · 1 min read साहिल साहिल बगिया का सुंदर पुष्प है तू , जग कड़कती धूप, घनी छाँव है तू , महके जिससे आँगन मेरा, वो मनमोहक गुलफाम है तू। पाया तुझे तो जीना आया,... Hindi · कविता 20 28 542 Share Indu Nandal 3 Jan 2021 · 1 min read कोरोना को और न ढोना कोरोना को और न ढोना कोरोना का अनजाना भय,बिगाड़ रहा था जीवन की लय। हवाई जहाज़ों की उड़ी हवाइयाँ,असंख्य लोगों की बंद हुई कमाइयाँ । कोरोना ने क्या दिन दिखलाए,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 54 141 2k Share