Chandani modanwal Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Chandani modanwal 20 Aug 2020 · 1 min read "मत भूलना" तुम भूलना सब कुछ मगर, माँ बाप को मत भूलना। कर्ज़ा बहोत माँ बाप का ,सिर पर चढ़ा मत भूलना। माँ ने सिखाया बैठना तो, तू लुढ़क गिर जाता था,... Hindi · कविता 5 709 Share Chandani modanwal 15 Aug 2020 · 1 min read *चलो फिर से वो कुर्बानी याद करते हैं* *चलो फिर से वो कुर्बानी याद करते हैं, शहीदों के दिल मे भड़कती ज्वाला याद करते हैं, वतन पर बलिदान खून की वो धारा याद करते हैं, तिरंगा हो कफन... Hindi · कविता 8 4 404 Share Chandani modanwal 12 Aug 2020 · 1 min read *सुन मेरे बिहारी!* *मुखचंद पर तेरे मैं जाऊं सर्व बलिहारी, सुन मेरे बिहारी! तेरे प्रेम के रंग में रंगी हैं राधिका प्यारी, तेरे नैनों की चंचलता में लिपटी है घटा कारी, सुन मेरे... Hindi · कविता 6 2 245 Share Chandani modanwal 11 Aug 2020 · 1 min read जय हो ! जय हो! मदन कृष्ण मुरारी। बावरे नैना देख रहे बाट थे, जागे सोये याद में तेरी जाने कितने रात थे, छाये घनघोर घटाये थे, आफत से बरसते साये थे, अधर्म से सबका नाता था, कोई... Hindi · कविता 6 9 356 Share Chandani modanwal 9 Aug 2020 · 1 min read "बेटियां" बेटियों को तो अपनी सारी जंगे खुद ही लड़ना पड़ता है, मान अपमान की बेड़ियो से खुद को ही जकड़ना पड़ता है, बेटियों को तो अपनी सारी जंगे खुद ही... Hindi · कविता 3 6 381 Share Chandani modanwal 5 Aug 2020 · 1 min read **जय श्री राम** ""गूंज रहा है बस इक नाद , जय श्री राम! जय श्री राम! हुई है धरती पावन आज , जय श्री राम! जय श्री राम! थाल सजाओ शंख बजाओ, गंगा... Hindi · कविता 5 2 267 Share Chandani modanwal 3 Aug 2020 · 1 min read "अनोखा रिश्ता" *सावन की रिमझिम फ़ुहार, रक्षाबंधन का लाया त्यौहार। रेशम के धागे से बंधा , बहना का प्यार दुलार। थोड़ा प्रेम थोड़ी तकरार, अनोखा है भाई बहन का प्यार। हे ईश!... Hindi · कविता 9 9 235 Share Chandani modanwal 2 Aug 2020 · 1 min read "मित्रता" "मित्रता तो सच्चे रिश्तों का एहसास होता है, समर्पण का दीपक जला, स्नेह और विश्वास होता है, जाति ,धर्म ,रंग -रूप से परे, मित्रता का मीठा आभास होता है, तभी... Hindi · कविता 5 4 338 Share Chandani modanwal 1 Aug 2020 · 1 min read "नारी" हे नारी! हो दया तुम, करुणा तुम, हो मातृत्व का वरदान तुम। हो धात्री तुम, क्षमा का भंडार तुम। जन्म का आधार तुम, लक्ष्मी का अवतार तुम। हो आजाद तुम,... Hindi · कविता 8 8 481 Share Chandani modanwal 31 Jul 2020 · 1 min read *माता - पिता परमात्मा* "संसार सागर है अगर ,तो माता पिता भी नाव हैं, जिसने करी सेवा , उसका तो बेड़ा पार है, जिसने दुखाई आत्मा , वो डूबते मंझधार है, माता -पिता परमात्मा... Hindi · कविता 7 5 502 Share Chandani modanwal 30 Jul 2020 · 1 min read * राधे राधे * मक्खन ज्यों दही में , पुतली ज्यों नयन में । मीन ज्यों नीर में , चंदा ज्यों गगन में। शीतलता ज्यों पवन में ,खूशबू ज्यों सुमन में । यूँ ही... Hindi · कविता 7 8 441 Share