Vishnu Prasad 'panchotiya' Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2023 · 1 min read श्याम की बंसी श्याम की बंसी की धुन सुन सुन कर गोपीकायें व्याकुल होने लगी है। चली यमुना तीर दौड़ी-दौड़ी टोली टोली सुधी अपनी वे भूलने लगी है। मोद भरे घनश्याम के मोह... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 169 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 19 Apr 2022 · 1 min read मारुति वंदन मारुति वंदन असुर निकंदन कृपा करो हनुमान दुष्ट राक्षस पापियों का करते तुम संहार। राम के प्रिय तुम राम दुलारे राम के भक्तों के रखवारे विश्व भर में करे सदा... Hindi · मुक्तक 4 752 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 10 Apr 2022 · 1 min read श्री राम ने जब जब धरा पर पाप किया पापियों ने, उन्हें जड़ मूल से मिटाया श्री राम ने। साधुओ पर अत्याचार किया जब दानवों ने, तब उनके प्राण बचाया श्री राम ने।... Hindi · मुक्तक 2 736 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 16 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक हमने शब्दों को फेंका था तो कपास के रेशों में लपेटकर पर पता नहीं वह मार्ग में कब पाषाण बन गए और लक्ष्य तो साधा मात्र तुम्हारे कर्णो पर। किन्तु... Hindi · मुक्तक 8 4 481 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 12 Oct 2021 · 1 min read 'व्यंग्य बाण' (विष्णु बोल रहा है) दुनिया की रित मेरी, समझ ना आए आज अपनी-अपनी ढपली ,अपने-अपने राग। ये विष्णु बोल रहा है कि ये क्या हो रहा है? लड़की तोड़े मर्यादा, चले लड़का बिगड़ी बाट... Hindi · मुक्तक 9 6 343 Share