hemant saxena 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid hemant saxena 8 Oct 2016 · 1 min read गीत गीत : नित करूंगा बात तुमसे कोई सम्बोधन न दूँगा सब तुम्हे अर्पण करूंगा किन्तु अपना मन न दूंगा फूल सा दिन में खिला हूँ शाम को मुरझा रहा हूँ... Hindi · कविता 318 Share hemant saxena 26 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल गजल : दूरी इतनी ठीक नहीं है कुछ तो साथ निभाओ चार कदम आगे आया, तुम एक कदम तो आओ टूटे पत्ते सा गिरता हूं कोई तो मुझको थामो मिट्टी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 316 Share