हेमंत पराशर Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid हेमंत पराशर 4 Jul 2021 · 1 min read #नहीं देखा# शीशे सा पिघलता हुआ पत्थर नहीं देखा, हर लम्हा बदलता हुआ मंज़र नहीं देखा, हर सख्स पढ़ लेता है मेरी रुख की लकीरें, मेरे दिल में क्या है किसी ने... Hindi · मुक्तक 1 270 Share