gurudeenverma198 Tag: कविता 130 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid gurudeenverma198 5 Mar 2024 · 1 min read यही तो जिंदगी का सच है सबको पता है और यह सत्य है कि, पहली आवश्यकता है आदमी की, रोटी, कपड़ा और मकान, और इन्हीं के लिए वह, करता है दिनरात इतनी भागदौड़, और बहाता है... Hindi · कविता 48 Share gurudeenverma198 4 Mar 2024 · 1 min read लोग खुश होते हैं तब ल सुनते हैं जब लोग, दूसरे की तकलीफें और दर्द, दूसरों के मुख से, या फिर किसी को देखते हैं वो, मजबूरी में हाथ जोड़ते हुए किसी को, लोग खुश... Hindi · कविता 58 Share gurudeenverma198 15 Feb 2024 · 1 min read अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ मैं अपने विचार, तरीकें और रास्तें, नहीं चाहता था बदलना, रहना चाहता था उसी अवस्था में, जिसमें इंसान को नहीं होती है, अंतर की समझ और चालाकी, एक बच्चे की... Hindi · कविता 143 Share gurudeenverma198 13 Feb 2024 · 1 min read लौटना पड़ा वहाँ से वापस मैंने सोचा कि अब तो, वहाँ होगी हर किसी को खुशी, होगी बरसात फूलों की, अब उस घर मेरे लौटने पर, होगी मेरी आरती वहाँ पर, उस घर की दर... Hindi · कविता 73 Share gurudeenverma198 8 Jan 2024 · 1 min read अमीरों की गलियों में क्योंकि रहा हूँ मैं उनके मकानों में, रोशनी से नहाते हुए झरोखों में, बैठा हूँ हमेशा उनकी महफ़िलों में, और उनके साथ बैठकर, कभी उड़ाई है दावत भी ll हाँ,... Hindi · कविता 73 Share gurudeenverma198 7 Jan 2024 · 1 min read और क्या कहूँ तुमसे मैं इच्छा मेरी होती तो है, और बढ़ाता हूँ कदम भी, तुमसे मिलने के लिए कभी मैं, तुमसे खून का रिश्ता जो है, मेरे परिवार का अंग जो है तू ,... Hindi · कविता 65 Share gurudeenverma198 6 Jan 2024 · 1 min read कहाँ है मुझको किसी से प्यार मैंने कमाई है यह दौलत, ताकि मुझको कभी नहीं हो कमी, किसी चीज की अपने लिए, और खरीद संकू हर चीज जरूरत की। यह महल जो बनाया है मैंने सिर्फ... Hindi · कविता 110 Share gurudeenverma198 5 Jan 2024 · 1 min read इसमें हमारा जाता भी क्या है अगर बच जाती है बेगुनाह की जिंदगी, हमारे किसी झूठ से, तो बोलना चाहिए हमें वह झूठ, अगर महक उठता है किसी का चमन, थोड़ा सा पानी पिला देने से,... Hindi · कविता 82 Share gurudeenverma198 22 Nov 2023 · 1 min read वो भी तो ऐसे ही है पूछते हैं किसी के हाल वो, जब आ जाये याद उनको, वरना रहते हैं मग्न वो, ईश्वर की भक्ति में, अपने स्पीकर की आवाज तेज करके, उन्हें भी तो चलानी... Hindi · कविता 141 Share gurudeenverma198 26 Oct 2023 · 1 min read ऐसा कभी नही होगा क्योंकि बीता है वहाँ पर, कभी मेरा प्यारा बचपन, और रहा हूँ मैं वहाँ पर, उस आँगन में सत्रह वर्ष, वहीं तो सीखा हूँ मैं, बोलना और चलना, किताबों को... Hindi · कविता 113 Share gurudeenverma198 1 Oct 2023 · 1 min read यह मेरी इच्छा है यह मेरी इच्छा है, कि सबका मुझको प्यार मिले, मेरे चमन में भी बहार चले, और मुझको ऐसा संसार मिले, कि दुश्मन भी हंसकर मुझसे मिले। यह मेरी इच्छा है,... Hindi · कविता 208 Share gurudeenverma198 25 Sep 2023 · 1 min read हाँ, मेरा मकसद कुछ और है हाँ, मेरा मकसद कुछ और है, मैं दिखाना चाहता हूँ उनको, जिन्होंने मुझको ये जख्म दिये हैं, देखना चाहता हूँ उनको ललचाते हुए, जिनके सामने कभी मैं गिड़गिड़ाया था, मेरी... Hindi · कविता 150 Share gurudeenverma198 24 Sep 2023 · 1 min read बिना आमन्त्रण के हाँ, तू बहुत खुश है, और बैचेन भी है उनके लिए, अपनी खुशी बाँटने के लिए, उनको यह याद दिलाने के लिए, कि उनसे तुमको कितना मोह है, और लाया... Hindi · कविता 276 Share gurudeenverma198 23 Sep 2023 · 1 min read यह जिंदगी का सवाल है मुझको अपना बचपन याद है, गुजारे हैं तीस वर्ष काँटों में, आया है मुझको बहुत गुस्सा, उनकी स्वामी भक्ति पर, बहे हैं मेरे आँसू उनकी बेबसी पर, तब मैं मासूम... Hindi · कविता 129 Share gurudeenverma198 22 Sep 2023 · 1 min read तुम यह अच्छी तरह जानते हो तुम यह अच्छी तरह जानते हो, कि मैंने यह किसके लिए किया है, क्यों नहीं बेचना चाहता मैं अपने ख्वाब, और क्यों पसंद नहीं है मुझको कोई समझौता, अपने उसूलों... Hindi · कविता 163 Share gurudeenverma198 21 Sep 2023 · 1 min read हाँ, क्या नहीं किया इसके लिए मैंने हाँ, क्या नहीं किया इसके लिए मैंने, कि जिसका हो मुझको अफसोस, जानते हैं वो लोग भी, कि मैं भूल गया था तब अपनों को भी, और मुझको धुन थी... Hindi · कविता 114 Share gurudeenverma198 20 Sep 2023 · 1 min read जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब, कि सच हो जाये सारे सपनें, और सोची हुई बात से नहीं हो, कभी कोई भी अलग कुछ बात। जरूरी नहीं ऐसा ही हो... Hindi · कविता 1 242 Share gurudeenverma198 19 Sep 2023 · 1 min read करने दो इजहार मुझे भी ल करने दो इजहार मुझे भी, बसे हैं जो अरमान, मेरी आँखों में ख्वाब बनकर, मेरे दिल में जान बनकर, तस्वीर है वो मेरे कल की। करने दो इजहार मुझे... Hindi · कविता 109 Share gurudeenverma198 17 Sep 2023 · 1 min read यह तो होता है दौर जिंदगी का यह तो होता है दौर जिन्दगी का, कि कभी अच्छा तो कभी बुरा वक्त आदमी का, और फिर एक समय ऐसा भी आता है, जब बन्द हो जाते हैं सारे... Hindi · कविता 161 Share gurudeenverma198 3 Sep 2023 · 1 min read वापस लौट आते हैं मेरे कदम याद आती है मुझको, उनकी और उसकी, मुझसे बात करते हुए, वही पुरानी तस्वीर और छवि, प्यार से अपने पास मुझको बैठाते हुए, मुझको अपने सीने से लगाकर, मेरी परेशानी... Hindi · कविता 333 Share gurudeenverma198 11 Aug 2023 · 1 min read जब मैं परदेश जाऊं जब मैं परदेश जाऊं, तू करना दुहायें, मत गिराना अपने आँसू , कमजोर मुझको मत करना, कुछ बुरा सोचकर। मत भूलना यह नियम, दीपक भगवान का जलाना, अपने प्रेम और... Hindi · कविता 121 Share gurudeenverma198 11 Jul 2023 · 1 min read धूम भी मच सकती है धूम भी मंच सकती है, क्योंकि जोश मुझमें भी जागा है, और आजाद तू भी हुई है, आग तुझमें भी लगी है, चिंगारी मेरे सीने में भी है, चोट तुझको... Hindi · कविता 129 Share gurudeenverma198 7 Jul 2023 · 1 min read मैं पागल नहीं कि मैं पागल नहीं कि, तुम बनाते रहे मुझको पागल, और मैं लुटाता रहूँ तुम पर दौलत। मैं पागल नहीं कि, तुम चलाते रहे मेरी पीठ पर तीर, और मैं बहाता... Hindi · कविता 428 Share gurudeenverma198 6 Jul 2023 · 1 min read नहीं चाहता मैं यह नहीं चाहता मैं यह, कि सबसे दुश्मनी हो तुम्हारी, और लोग लगाये तुम पर इल्जाम, कल को मेरी वजह से। नहीं चाहता मैं यह, कि तुम हो बर्बादी की कगार... Hindi · कविता 162 Share gurudeenverma198 18 Jun 2023 · 1 min read चले आना मेरे पास चले आना मेरे पास, और तुम आवोगे एक दिन, जरूर मेरे पास, चाहे मुझसे अपना हाथ छुड़ाने के लिए, मुझको अपनी हस्ती दिखाने के लिए, या फिर खेद जताने के... Hindi · कविता 483 Share gurudeenverma198 17 Jun 2023 · 1 min read क्या मिला मुझको उनसे क्या मिला मुझको उनसे, जिनको समझता रहा हूँ मैं, अपने खून के रिश्तें, और सोचता रहा हूँ जिनके लिए, यह सोचकर कि अपने ही लोग हैं, हो गए सब गुमनाम... Hindi · कविता 297 Share gurudeenverma198 16 Jun 2023 · 1 min read नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता, कि मैं लुटाता रहूँ तुम पर अपनी खुशियाँ, तुमको अपना विश्वासपात्र मानकर, और तू बेअसर रहे बुत बनकर, तुमसे मिले यदि मुझको सिर्फ आँसू... Hindi · कविता 292 Share gurudeenverma198 15 Jun 2023 · 1 min read पागल तो मैं ही हूँ पागल तो मैं ही हूँ , जब तू मुझको चाहती ही नहीं, तेरा प्यार तो कोई और ही है, तेरा मसीहा- ओ- ख्वाब कोई और है, और मैं मानता हूँ... Hindi · कविता 199 Share gurudeenverma198 14 Jun 2023 · 1 min read नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी, कि कुछ परिवर्तन होगा, जैसे कि--------------- गलतियां माफ होगी, मेरी खैर पूछी जायेगी, और जिनसे थी मेरी अनबन, वो भी मुझको शुभकामनाएं देंगे। नववर्ष पर... Hindi · कविता 300 Share gurudeenverma198 3 Jun 2023 · 1 min read हाँ, मैं तुमसे ----------- मगर --------- हाँ, मैं तुमसे मोहब्बत करता हूँ , मगर नहीं चाहता तुम्हारी बर्बादी, और जमाने में तुम्हारी बदनामी मैं, सिर्फ़ मेरी वजह से दोस्त, खत्म होते हुए देखना नहीं चाहता, मेरी... Hindi · कविता 223 Share gurudeenverma198 2 Jun 2023 · 1 min read यह तुम्हारी गलतफहमी है यह तुम्हारी गलतफहमी है, कि लूटकर तेरी इज्जत, तेरा हुस्न और दौलत, और तेरा सुख और चैन, कि आबाद होना चाहता हूँ मैं। यह तुम्हारी गलतफहमी है, कि कोई मुझको... Hindi · कविता 340 Share gurudeenverma198 30 May 2023 · 1 min read माफ करना, कुछ मत कहना कल को अगर मैं तुमको, पहचान नहीं सकूँ, और तुमको दूँ टूटा जवाब, या भूल जाऊं अपनी कसमें, तुमसे अपनी यह मोहब्बत, और बेच दूँ ईमान दौलत के लिए, माफ... Hindi · कविता 295 Share gurudeenverma198 27 May 2023 · 1 min read सिर्फ तुम्हारे खातिर मुझको तो मिल गया था, साथी और भी सफर में, लेकिन थाम नहीं सका मैं उसका हाथ, बढ़ नहीं सका उसके साथ एक कदम भी, और छोड़ दिया मैंने उसको,... Hindi · कविता 265 Share gurudeenverma198 15 May 2023 · 1 min read यह सब कुछ यह सब कुछ, जिसका कर रहा हूँ मैं निर्माण, और बना रहा हूँ एक इमारत, दुनिया का नया आश्चर्य, इतिहास का नया अध्याय का लेखन, किसके लिए कर रहा हूँ... Hindi · कविता 203 Share gurudeenverma198 13 May 2023 · 1 min read क्या यही प्यार है क्या यही प्यार है, जबकि अधूरा है अभी तो, मेरा वह सपना, जो संजोया था तुमको पाकर, अमर प्रेमकथाओं को पढ़कर, सूफी संतों की वाणी सुनकर। लव इज गॉड,लव इज... Hindi · कविता 223 Share gurudeenverma198 12 May 2023 · 1 min read तो अब यह सोचा है मैंने तो अब यह सोचा है मैंने, और यह किया है फैसला, तुम्हारे और मेरे बारे में, ताकि हम दोनों जी सके, बिना किसी गलतफहमी के। तो अब यह सोचा है... Hindi · कविता 220 Share gurudeenverma198 11 May 2023 · 1 min read क्या सोचूं मैं तेरे बारे में क्या सोचूं मैं तेरे बारे में, नहीं है इतनी फुरसत मुझको, तेरी तरह ही फंसा हुआ हूँ मैं, अपनी इच्छाओं के मकड़जाल में, गुमराह हूँ अपने सपनों में, हवा के... Hindi · कविता 1 163 Share gurudeenverma198 10 May 2023 · 1 min read हाँ, कल तक तू मेरा सपना थी हाँ, कल तक तू मेरा सपना थी, मेरे सफर की डगर थी, मेरी डगर की मंजिल थी, क्योंकि बनाया था तुमको ही, मैंने अपने लक्ष्य की मंजिल, सिर्फ तुम्हारा ही... Hindi · कविता 206 Share gurudeenverma198 9 May 2023 · 1 min read वह पढ़ता या पढ़ती है जब वह पढ़ता या पढ़ती है जब, प्राचीन किसी साहित्य को, वर्तमान की सतह पर रखकर, इतिहास की करुणा और वीरता को, प्राचीन सभ्यता के संघर्षों को, तो पैदा होती है... Hindi · कविता 302 Share gurudeenverma198 8 May 2023 · 1 min read मैं चाहता हूँ अब मैं चाहता हूँ अब, तुमसे अपना रिश्ता तोड़ना, तुमसे अपनी दुश्मनी बढ़ाना, ताकि मैं सोच नहीं संकू, मैं तुमसे प्यार करता हूँ, इसीलिए मिलता हूँ रोज, नये हसीन चेहरों से,... Hindi · कविता 299 Share gurudeenverma198 7 May 2023 · 1 min read नहीं, बिल्कुल नहीं नहीं, बिल्कुल नहीं, मैं सुनना पसंद नहीं करता, तेरी बुराई किसी जुबां से, और देखना नहीं चाहता, तुम्हें किसी और की बाँहों में, क्यों हूँ मैं तुम्हारा दीवाना, और तुम्हारे... Hindi · कविता 1 255 Share gurudeenverma198 6 May 2023 · 1 min read नहीं हूँ अब मैं नहीं हूँ अब मैं, वैसा दीवाना तेरा, जैसा तू कभी कहती थी, कि दीवाना मुझसा नहीं कोई, और हो गया था तब मैं, गुमनाम और बदनाम तेरे प्यार में, अपनी... Hindi · कविता 284 Share gurudeenverma198 5 May 2023 · 1 min read तू प्रतीक है समृद्धि की तू प्रतीक है समृद्धि की, तू लक्ष्मी जो है, होता है तेरा वास वहाँ, जहाँ होते हैं स्वर्ण से भरें कुंभ, मुद्राओं से भरी होती है कोठियां, तू वहीं रहना... Hindi · कविता 198 Share gurudeenverma198 30 Apr 2023 · 1 min read देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ, करता हूँ इंतजार अगली सुबह का, धीरे धीरे चलती सुईयां, बढ़ा देती है मेरी धङकन, रोक देती है मेरी सांसें, कम कर देती... Hindi · कविता 273 Share gurudeenverma198 26 Apr 2023 · 1 min read इसलिए कुछ कह नहीं सका मैं उससे हाँ, रोज आती है वहाँ वह, उस मकान की दूसरी मंजिल पर, जहाँ रहता हूँ मैं किराये से, वह भी करती है काम, उस मकान की साफ- सफाई। हाँ, मैंने... Hindi · कविता 227 Share gurudeenverma198 25 Apr 2023 · 1 min read ताकि वो शान्ति से जी सके करता रहा हूँ अब तक, मैं जीने की कोशिश, सिर्फ अपने लिए, खुद को जिंदा रखने के लिए, संजोता रहा हूँ अब तक सपनें, मैं अपनी खुशी के लिए। देता... Hindi · कविता 231 Share gurudeenverma198 22 Apr 2023 · 1 min read हाँ, मैं कवि हूँ हाँ, मैं कवि हूँ, इसलिए कि, सोचता हूँ बहुत कुछ, आप भी तो सोचते हैं, आप भी तो लिखते हैं, लेकिन मैं लिखता हूँ अपने विचार, देश- दुनिया और समाज... Hindi · कविता 2 1 162 Share gurudeenverma198 21 Apr 2023 · 1 min read कैसे भूल सकता हूँ मैं वह क्या नहीं हुआ मेरे साथ, बचपन से मेरी बेरोजगारी तक, कब और कितना तुमने दिया है, मुझको सच्चा प्यार दिल से, जरूरत पड़ने पर मुझको सहारा, कैसे भूल सकता हूँ... Hindi · कविता 221 Share gurudeenverma198 19 Apr 2023 · 1 min read इस तरह बदल गया मेरा विचार नहीं बढ़ा सका मैं, अपना कदम आगे की ओर, अपना हाथ उनकी तरफ, उनसे मिलने को गले, मैं नहीं जा सका, क्योंकि वहाँ नहीं मेरी इज्जत, इस तरह बदल गया... Hindi · कविता 234 Share gurudeenverma198 18 Apr 2023 · 1 min read कोई नहीं करता है अब बुराई मेरी बुलंदियों को छूने का ख्वाब, देखता था मैं जीवन में हमेशा, बरसों से था मेरा यह जुनून, दौड़ रहा था इसके लिए मेरा खून, और आज मेरी इस कामयाबी को,... Hindi · कविता 231 Share Page 1 Next