गुप्तरत्न Tag: Pyar Ka Ehsas 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी // बहुत तरस लिए,अब , मिले खुलकर दूर कही बारिशों मैं हम भी // क्या और सोचना अब , क्यों फंसे,दुनिया की साजिशो मैं हम भी // थोडा सा जी ले... Poetry Writing Challenge · Pyar Ka Ehsas · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · बारिश 1 176 Share