गुप्तरत्न Tag: Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read अच्छा लगने लगा है !! अच्छा लगने लगा है !! मुझे फिर क्या लगने लगा है, आपके ख्यालों मैं रहना,अच्छा लगने लगा है !! नहीं चाहती फिर वही आग, पर क्या करूँ,यूँ जलना अच्छा लगने... Poetry Writing Challenge · Guptratn · Hindi Poetry · Poem · कविता · गुप्तरत्न 1 270 Share