गुप्तरत्न Tag: Hindi Poetry 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read अच्छा लगने लगा है !! अच्छा लगने लगा है !! मुझे फिर क्या लगने लगा है, आपके ख्यालों मैं रहना,अच्छा लगने लगा है !! नहीं चाहती फिर वही आग, पर क्या करूँ,यूँ जलना अच्छा लगने... Poetry Writing Challenge · Guptratn · Hindi Poetry · Poem · कविता · गुप्तरत्न 1 268 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll बहुत हुआ,गुज़रे वक़्त से है निकलना , कैद ख्यालों की , तोड़कर है निकलना ll कभी कहाँ बिगड़ी रंगों पर तबियत मेरी , फितरत है,काले रंग पर ही है मचलना... Poetry Writing Challenge · Hindi Poetry · कविता · काला · गुप्तरत्न · वक्त 332 Share