गुप्तरत्न Tag: वक्त 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी बहुत दूर तक आ गए ,अब मुश्किल है वापसी , दोस्त तुम बने नहीं, न रही कभी रंजिशे आपसी , किसी और से दिल लगा भी लेते , पर सूरत... Poetry Writing Challenge · कविता · कविता-हिन्दी · गीत · गुप्तरत्न · वक्त 409 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read बिन गुनाहों के ही सज़ायाफ्ता है "रत्न" चल बख्श दिए गुनाह तेरे सारेl मुन्तज़िर हूँ,बस इक जवाब दे दे ll मैं बावफ़ा न थी कभी ,माना l तू गुज़रे सालो का हिसाब दे दे ll कब से... Poetry Writing Challenge · कविता · कविताहिन्दी · गीत · गुप्तरत्न · वक्त 460 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read ये दूरियां सिर्फ मैंने कहाँ बनायी थी // मुहब्बतों की दुनिया, बिना तेरे कहाँ बसायी थी , मैंने बिना तेरे जिंदगी कहाँ बितायी थी ,// तेरी हमकदम,हमसाया,हमराह ही बनी रही,मुद्दतो मैंने अपनी कोई पहचान कहाँ बनायी थी //... Poetry Writing Challenge · Guptratn · कविता · कविता-हिन्दी · गीत · वक्त 1 310 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll बहुत हुआ,गुज़रे वक़्त से है निकलना , कैद ख्यालों की , तोड़कर है निकलना ll कभी कहाँ बिगड़ी रंगों पर तबियत मेरी , फितरत है,काले रंग पर ही है मचलना... Poetry Writing Challenge · Hindi Poetry · कविता · काला · गुप्तरत्न · वक्त 332 Share