गुप्तरत्न Tag: ग़ज़ल/गीतिका 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read सिर्फ लिखती नही कविता,कलम को कागज़ पर चलाने के लिए // अर्जुन की तरह सोच मैं डूबी थी, सामने अपने है,तरकश से तीर निकालूं कैसे चलाने के लिए// युद्ध तो लड़ना ही होगा, श्रीकृष्ण बनकर तुम ही आये थे समझाने के... Poetry Writing Challenge · अर्जुन · कविता · कविताहिन्दी · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न 1 603 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं, कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं, धड़कने भी मना करने लगी,रहने सीने में,// तिश्नगी मिटी ही नहीं कभी मेरे लवों से, दर्द का दरिया भी सूखने लगा इतना पीने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दर्द · प्यास · हिन्दी कविता 1 423 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है , गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है , बेखुदी मैं पर हम बस,अब आपके ख्याल भर रखते है // नहीं है काबू मैं धड़कने,और ज़ज्वात मेरे , मत पूछो, सामने... Poetry Writing Challenge · Guptratn · Hindi Kavita · Poetry Poetrycommunity · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 163 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी // बहुत तरस लिए,अब , मिले खुलकर दूर कही बारिशों मैं हम भी // क्या और सोचना अब , क्यों फंसे,दुनिया की साजिशो मैं हम भी // थोडा सा जी ले... Poetry Writing Challenge · Pyar Ka Ehsas · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · बारिश 1 176 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं , अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं , क्यूंकि अब तेरे सिवा मेरी ,कोई चाह भी नहीं ll बस तेरी ही गलियों मैं, मुड जाते है यूँ कदम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · दिल · हिन्दी कविता 333 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll मेरा दिल दुखा तो है तुम्हारी बातों से , अश्क भी बहे है ,कुछ तो इन आँखों से ll न सीखा दो तरफ़ा बातों का हुनर हमने , ज़ुबा कह... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · हिंदी कविताएं · हिन्दी काव्य 335 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, नहीं मिटेगी मृगतृष्णा,कस्तूरी मन के अन्दर है, सागर सागर भटकूँ मैं,प्यास बुझायें... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गुप्तरत्न · हिन्दी कविता 222 Share गुप्तरत्न 10 Dec 2017 · 1 min read हवायें क़यामत है................... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " गुप्त रत्न मेरी तो जुबां काली है , हर बात सदाकत थी , संभाला तुम्हे , मेरी कमजोरी नहीं शराफत थी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 258 Share गुप्तरत्न 30 Nov 2017 · 1 min read शायर है ज़नाब। ......दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll गुप्त रत्न " भावनाओं के समंदर मैं दिल मैं अपने मुहब्बत और एहसास रखते है , दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll अँधेरी रातों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 340 Share