Gupta Mamta 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Gupta Mamta 8 Dec 2018 · 1 min read यादें महीनों बीत गए तुम्हे देखे बीते बरसों संग चले। मन यादों से रीत न पाया बन दीपक दिन रैन जले। कैसा साथ तुम्हारा था प्रिय कैसी दिवसों की दिशा अनूप... Hindi · कविता 3 4 472 Share