Gautam Sagar 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Gautam Sagar 30 Oct 2022 · 1 min read सफ़रनामा *सफ़रनामा* यह वहम सदा रहा कि हम तो अपने घर में हैं है मगर सच्चाई की युगों से सफर में हैं पांव का चलना ही तो केवल है सफर नहीं... Hindi · कविता 2 234 Share