govind sharma Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid govind sharma 3 Mar 2017 · 1 min read तुम्हारे बिन कयामत एक नई गजल हमारी जाँ पे आफत हो रही है, तुम्हारे बिन क़यामत हो रही है।। तुम्हारी ख़ामुशी से आज देखो, मुहब्बत की जलालत हो रही है।। हुई बेहाल साँसे... Hindi · कविता 540 Share