Rajeev Dutta Tag: घुमंतू 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 19. कहानी मेरे मयखाने में दस्तक देने अब आए ना कोई, यहाँ बस मय और मैं ही रह गया और दास्तां मेरी। मेरे ज़िक्र में अपनी निशानी अब ढूँढोगी कैसे, तेरा भी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · Pyar · कविता · घुमंतू 92 Share