डॉ० रोहित कौशिक Language: Sanskrit 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ० रोहित कौशिक 13 Sep 2024 · 1 min read अध्यात्म चिंतन सुवृषध्वजमादाय वृषध्वजो वृषेश्वर:। द्वैतमिति स्फुटं ब्रूते शिवजीवात्मकं जगत्।। अर्थ: -वृषध्वज (बैल के स्वामी शिवजी), वृष(पुण्य) के ईश्वर ( रुद्र) सु ( सच्चे) वृष ( धर्म) का ध्वज लेकर स्पष्ट रूप... Sanskrit · आत्म-प्रतिबिंब · काव्य · चिंतन · प्रेरक विचार · श्लोक 1 62 Share