डॉ० रोहित कौशिक Tag: ज़ख्म शायरी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ० रोहित कौशिक 7 Feb 2023 · 1 min read विचारमंच भाग -5 गुनगुनाना था तराना तो फकीर बन गये, मांगना इतना आसान भी नहीं होता||(26) तेरी कमी की कमी है इस दिल मे ,तभी तो दिल ये कमीना है||(27) अरदास लेकर फिर... Hindi · Sher · ज़ख्म शायरी · तुम और मेरा मन · मन का मौसम · संसार 212 Share