डॉ० रोहित कौशिक Tag: कविता प्रेमाची 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ० रोहित कौशिक 31 Jan 2024 · 1 min read प्रेम 💌💌💕♥️ प्रेम नि:शब्द होता है| असीमित गहराई से उभरकर, सागर की लहरों - सा, छलकते हुए भी, ख्वाब समेटे हुए, प्रेम नि:शब्द होता है|| बुदबुदाते होठों की तरह , जुडते- बिछुडते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता प्रेमाची · चुप · प्यार · प्यार का लफ्ज़ · प्रेम गीत 2 175 Share