डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' Language: Hindi 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत बदल बदल के वो मशहूर हो गया मुखिया से आज हर किसी का नूर हो गया फितरत अरम अगर हो नचाता है आदमी ख़ुद ख्याति देख आदमी मग़रूर हो... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 3 153 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read पुरानी पेंशन वीर छन्द सिर्फ पुरानी पेंशन लेंगे, भीख नहीं ये है अधिकार। कामगार की स्वर्णिम पूँजी, और बुढ़ापे का आधार। नहीं नई पेंशन को लेंगे, इसमें है छलने की बात। बेदर्दी... Poetry Writing Challenge · कविता 360 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए आईये प्यार से गुनगुना लीजिए खूबसूरत समां को सजा लीजिए दिल की बातें हुनर से बताकर यहाँ चंद लफ़्ज़ों में अपना बना लीजिए।। जिंदगी के सफ़र का मजा लीजिए दर्द... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 142 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read योग योगियों के योग का संयोग चाहिए आज पूरे विश्व को योग चाहिए। शक्ति संचार नश-नश में हो जाएगी घर-घर योग की हवा बह जायेगी। सारा ब्रह्मांड ये निरोग चाहिए आज... Poetry Writing Challenge · कविता 186 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read तात बच्चों के हित अपनी खुशी लुटाए हैं स्वेद-कणों को चुन-चुन नीड़ बनाए हैं पहर-दोपहर भूखे तन रहकर बापू सर्दी,गर्मी, पावस दुख सहकर बापू रख पगड़ी कर्जे का भार उठाए हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 270 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अहंकार का एटम विजय मिले चाहे भी जिसको, सैनिक मारा जाता है दो पाटों के बीच मौत के, घाट उतारा जाता है युद्ध-कुण्ड की बलि वेदी में, ज़बरन झोंका जाता है समरभूमि में... Poetry Writing Challenge · कविता 269 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read मोहब्बत कुंडलियाँ छंद जग में अनुपम प्यार है,सबको कहाँ नसीब पाते बड़े सुभाग से, दौलतमंद गरीब दौलतमंद गरीब सभी को प्यार सुहाए लोभी कामी क्रूर कभी भी प्यार न पाए कह... Poetry Writing Challenge · कविता · कुण्डलिया 263 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ अनुपम सृजन सृष्टि की बेटी बेटी को ना ठुकराएँ।। प्यार मुहब्बत की निधि बेटी हाथ बढ़ाकर अपनाएँ।। बेटी अगर अनादृत होगी जग कलुषित हो जाएगा।। आन-मान-सम्मान धरा पर कहीं... Poetry Writing Challenge · कविता 264 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read ताजन हजार आया न सन्देश तेरा बढ़ता है क्लेश मेरा कब तक जागि-जागि धीरज बधाएगी नैन तृषा दूर करो प्यार भरपूर करो अब ये जुदाई रूह सह नहीं पाएगी कोमल करेजा थाम... Poetry Writing Challenge · कविता 193 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read जीवन का सम्बल जीवन का सम्बल है बेटी,तनमन दीपित करती है हृदय-तार मम झंकृत करके,अविरल खुशियाँ भरती है पर घर बेटी जब जाएगी,तड़प-तड़प तड़पायेगी पलको में निर्झरिणी बनकर,मुझको सदा रुलायेगी मलय बयार हृदय... Poetry Writing Challenge · कविता 192 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read शिक्षा गीत शिक्षा का वट वृक्ष उगाकर जीवन सफल बनाएंगे। विद्याधन सब धन से बढ़कर हम सबको समझाएंगे। शिक्षा की जब हवा चले तो तम की बदली छँट जाए। शिक्षा सुख... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 226 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read गुरुवर गीत स्नेह सुधा से सिंचित करके, जीवन सरस बनाते हैं तेजवान गुरुवर पर हमसब, निसदिन बलि-बलि जाते हैं अनवरुद्ध तम भेद मिटाकर, नव्य ज्ञान सिखलाते हैं दुर्धर औ दुर्जेय राह... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 172 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read देश खोखला देश खोखला होता जाता,आज यहाँ मक्कारों से सदा कलंकित होता भारत, भीतर के गद्दारों से लाज शर्म है नहीं किसी को,अपना नाम डुबाने में मटियामेट करे इज्जत को देखो आज... Poetry Writing Challenge · कविता 303 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अब किसपे श्रृंगार करूँ गीत जाने वाला चला गया है अब किस पर श्रृंगार करूँ ढाई आखर सूना-सूना अब किससे मैं प्यार करूँ घुट-घुट कैसे घड़ियाँ गिनू वक्त नहीं काटे कटता मन-मिलिंद कण-कण में... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 328 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अनमोल जीवन गीत जीवन ये अनमोल मिला है, जमकर जीते जाना है। कर्मनिरत होकर हरपल ही, दुनिया को दिखलाना है। तन बूढ़ा होता कितना भी, मन बूढ़ा कब होता है। हार मानकर... Poetry Writing Challenge · कविता 266 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read भोली बिटिया गीत कलम छोड़कर भोली बिटिया झाड़ू-पोछा करती है। नन्हें- कोमल हाथ- पाँव से पेट सभी का भरती है। पेट-पीठ सब चिपके-चिपके मजबूरी की मारी है। चेहरे की मुस्कान बताती वह... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 213 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read मातृभाषा हिन्दी मातृभाषा-हिन्दी हिन्दी में हम पढ़े लिखेंगे, हिन्दी ही हम बोलेंगे हिन्दी को घर-घर पँहुचाकर,हिन्द द्वार हम खोलेंगे सकल हिन्द के हित में हिन्दी,सबको यह बतलायेंगे पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण, हिन्दी... Poetry Writing Challenge 1 213 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read माँ-बाप जो माता-पिता का सहारा न होता जगत में कहीं कुछ हमारा न होता ये सूरत किसी भी लायक न होती अगर मेरी माँ ने सँवारा न होता न जाने कहाँ... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 196 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read काशी शिव की नगरी सुख मिले, काशी जिसका नाम। शिक्षित हो सेवा करें, दें सबको पैग़ाम।। ध्यान मनन का केन्द्र है, हिलमिल आएँ लोग। शिक्षा के आगार का, करें सभी उपयोग।।... Poetry Writing Challenge · दोहा 171 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read खेत रोता है खेत रोता है खलिहान रोता है खाली पेट जब कोई किसान सोता है सूख गई खेत में धमनी किसान की भले ही लगा दिया वो बाजी जान की देश का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 550 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read वतन ये तिरंगा नहीं ये मेरी जान है हिन्द की आबरू हिन्द की शान है आन पर जान दे जो अमर हो गए उन शहीदों पे तनमन ये कुर्बान है।। जी... Poetry Writing Challenge 322 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read सुभाष चन्द्र बोस कुंदन जैसी मातृभूमि पर, सुभाष सच्चे नेता थे। सही मायने में भारत के, ओजवान अभिनेता थे।। सुभाष ने चरितार्थ किया था, नेता की परिभाषा को। पूर्ण किया अपनी ताक़त से,... Poetry Writing Challenge · कविता 461 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपने वीर जवान आओ शत-शत नमन करें हम अपने वीर जवानों को हंसते-हंसते झूल गए जो उन शोला तूफानों को आन-बान पर मिटने वाले जो भारत के शानी थे चूलें हिला दिए दुश्मन... Poetry Writing Challenge · कविता 386 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपना गाँव लकड़ी उपरी चूल्हा चौका, गाँव स्वर्ग से न्यारा है। हर पत्ता हर जर्रा-जर्रा, हमें जान से प्यारा है।। सोंधी मिट्टी की सुगंध से, सुरभित है कोना-कोना। सबको जीवन देने वाली,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 332 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read वतन के तराने वतन के तराने सुनाएंँ सभी सदा स्नेह- गंगा बहाएंँ सभी लहू कर समर्पित वतन के लिए वतन अस्मिता को बचाएंँ सभी।। मलिन पुष्प रौनक बढ़ाते नहीं जहाँ में किसी काम... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छन्द 251 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपने आँसू मोती जैसे अपने आँसू,पहुमी पर मत गिरने देना। शुभ्ररजत मय अश्रुकणों को, रज पर नहीं बिखरने देना।। नयन पुलिन से छलक-छलक कर, कपोल-किसलय पर आता। पद्म-ह्रदय को म्लान बनाता, ज्वलित... Poetry Writing Challenge · गीत 161 Share