Deepak Bahuguna Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Deepak Bahuguna 2 Jun 2021 · 1 min read मेरे अनुभव नदी के उफ़ानों पर, हमनें तैरना सीखा है। झूठ की बुनियाद पर, सच को मरते देखा है। हँसते हुए आइने पर, खुद को रोते देखा है। खुद की बरबादी पर,... Hindi · कविता 2 2 493 Share