डॉ. दीपक मेवाती 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. दीपक मेवाती 23 Sep 2023 · 1 min read मेरी तू रूह में बसती है मेरी तू रूह में बसती है करुं कैसे जुदा तुमको मेरी हर शह से वाकिफ हो करुं कैसे खफ़ा तुमको. - डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 365 Share डॉ. दीपक मेवाती 24 Aug 2023 · 1 min read एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर जीवन की सभी ख्वाहिशों को थोड़ा रोककर तुम जो मिलोगे तो फिर जीवन संवारेंगे जीता है अभी तक जो बस तुम पर हारेंगे.... Quote Writer 395 Share डॉ. दीपक मेवाती 24 Aug 2023 · 1 min read एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर जीवन की सभी ख्वाहिशों को थोड़ा रोककर तुम जो मिलोगे तो फिर जीवन संवारेंगे जीता है अभी तक जो बस तुम पर हारेंगे.... Quote Writer 1 437 Share डॉ. दीपक मेवाती 25 Jun 2023 · 1 min read हो रही बरसात झमाझम.... हो रही बरसात झमाझम.... हो रही बरसात झमाझम मन मेरा भी मोर हुआ चित को उसने किया है चोरी वो मेरा चित चोर हुआ। बादल बरसे मिले धरा से तुम... Quote Writer 4 919 Share डॉ. दीपक मेवाती 9 May 2023 · 1 min read उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ मिले न फिर भले ही दिन, मैं तो बस रात चाहता हूँ जुदा हो जाये जग सारा, नहीं परवाह, तनिक भी... Quote Writer 1 663 Share डॉ. दीपक मेवाती 9 May 2023 · 1 min read कहाँ से लाऊँ वो उम्र गुजरी हुई कहाँ से लाऊँ वो उम्र गुजरी हुई जब भीगती वो और ठिठुर मैं जाता। डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 453 Share डॉ. दीपक मेवाती 3 May 2023 · 1 min read चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की मेरा लब खोलना, दूसरों को जुबान दे गया. डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 471 Share डॉ. दीपक मेवाती 20 Apr 2023 · 1 min read कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे साथ अपने कुछ एहसास रहने दे कभी पूछे कोई अतीत मेरा उसके सवालों का एक जवाब रहने दे। मत मिल न देख कभी मुझे... Quote Writer 704 Share डॉ. दीपक मेवाती 19 Apr 2023 · 1 min read बिछड़ कर तू भी जिंदा है बिछड़ कर तू भी जिंदा है बिछड़ कर मैं भी जिंदा हूँ मुझमें कहीं तू जिंदा है तुझमें कहीं मैं जिंदा हूँ। डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 1 461 Share डॉ. दीपक मेवाती 15 Apr 2023 · 1 min read साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा हो न मन क्षण भर को भी जुदा खुश रहे तू सदा मैं भी कारण बनूं तेरी ख्याति बढ़े मैं भी चारण रहूं.... Quote Writer 1 1 566 Share डॉ. दीपक मेवाती 13 Apr 2023 · 1 min read बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे तेरी ख़ामोशी घी का काम कर रही है. डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 2 2 504 Share डॉ. दीपक मेवाती 12 Apr 2023 · 1 min read समझदार तो मैं भी बहुत हूँ, समझदार तो मैं भी बहुत हूँ, पर जब, हादसा औरों के साथ हो। डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 420 Share डॉ. दीपक मेवाती 12 Apr 2023 · 1 min read मेरा भी कुछ लिखने का मन करता है, मेरा भी कुछ लिखने का मन करता है, हालात खराब हैं कुछ भी कहने से डर लगता है। सच को सच और झूठ को झूठ तो कह दूँ, पर उसके... Quote Writer 793 Share डॉ. दीपक मेवाती 11 Apr 2023 · 5 min read पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर - रेत पर कश्तियाँ कविता पढ़ना अच्छा लगता है, उसके भाव में बहना अच्छा लगता है। मनः स्थिति को कविता के शब्दों... Hindi 2 1 394 Share डॉ. दीपक मेवाती 11 Apr 2023 · 1 min read दूर रहकर तो मैं भी किसी का हो जाऊं दूर रहकर तो मैं भी किसी का हो जाऊं पास होकर किसी का बने रहना बड़ी बात है. डॉ. दीपक मेवाती Quote Writer 1 483 Share डॉ. दीपक मेवाती 17 Jan 2023 · 7 min read कवि कृष्णचंद्र रोहणा की रचनाओं में सामाजिक न्याय एवं जाति विमर्श सामाजिक न्याय सभी मनुष्यों को समान मानने पर आधारित है| इसके अनुसार किसी भी व्यक्ति के साथ सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं... Hindi 2 471 Share डॉ. दीपक मेवाती 20 Aug 2020 · 4 min read अनिल बिड़लान जी द्वारा दीपक मेवाती की कविता की समीक्षा.... समकालीन साहित्यकारों में अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाते हुए भाई नरेंद्र वाल्मीकि जी ने अपने संपादित (कब तक मारे जाओगे) काव्य संग्रह में विशेषकर सफाई कर्मियों की दयनीय हालात को... Hindi · लेख 5 453 Share डॉ. दीपक मेवाती 11 Apr 2020 · 3 min read भीम - कविता भीम-कविता महाराष्ट्र का गाँव अंबावडे, अंबावडे में रहते सकपाल घर उनके जन्मा एक बालक, आगे चल जिसने किये कमाल चौदह अप्रैल अठारह सौ इक्यानवे, जिस पल भीम का जन्म हुआ... Hindi · कविता 2 2 739 Share डॉ. दीपक मेवाती 9 Apr 2020 · 4 min read पुस्तक समीक्षा - 1857 की क्रांति में वाल्मीकि समाज का योगदान वाल्मीकियों के अदम्य साहस की साक्षी पुस्तक – 1857 की क्रांति में वाल्मीकि समाज का योगदान पुस्तक का नाम - 1857 की क्रांति में वाल्मीकि समाज का योगदान लेखक -... Hindi · लेख 1 904 Share डॉ. दीपक मेवाती 4 Jul 2019 · 2 min read मैं भी तो शहीद था मैं भी तो शहीद था बारिसों के बाद जो बीमारियों की घात हो जंग का ऐलान तब मेरी ख़ातिर हो चुका मानकर आदेश को मन में सोच देश को ना... Hindi · कविता 1 308 Share डॉ. दीपक मेवाती 6 Nov 2018 · 1 min read बड़ा बैचैन सा हूँ मैं.... बड़ा बेचैन सा हूँ मैं... बड़ा बेचैन-सा हूँ मैं बड़ी बेताब तुम भी हो अगर हूँ खास मैं तेरा तो मेरा राज तुम भी हो । अगर जो बात मैं... Hindi · कविता 5 2 680 Share डॉ. दीपक मेवाती 5 Nov 2018 · 1 min read माँ जो सोचता, वो बोलता,अपने सारे राज उनके सामने खोलता कुछ सही, कुछ ग़लत, कुछ अच्छा, कुछ बुरा बहुत कुछ झूठा, थोड़ा सच्चा पर अब न कोई बात होगी, हर बात... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 42 1k Share