dinesh rohit chaturvedi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid dinesh rohit chaturvedi 18 Sep 2017 · 1 min read जहर सा खतरनाक मन अब मैला हो गया ,भाव हुआ नापाक। वचन बदलते हर घड़ी, लोग हुए चालाक।। जिसको सुविधा समझके, करते अंगीकार। सोसल मिडिया हो गई, जहर सा खतरनाक।। सूक्ष्मजीव सा हर... Hindi · मुक्तक 528 Share