Dhirendra Panchal Language: Bhojpuri 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dhirendra Panchal 29 Jan 2023 · 1 min read जीनगी हो गइल कांट देखा बबुआ पहिले वाली बात तोहे समझाइब । मत बुझिहा की ताना हउवे बुड़बक तोहें बनाइब । दुनिया के ई पहिल पहाड़ा बच के रहा बचा के । प्यार मोहब्बत... Bhojpuri · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 406 Share Dhirendra Panchal 17 Jan 2023 · 1 min read राम वनवास कवने करनवा हो भईला बिरनवा हो पथरो के आवत रोवाई होई पहुना ।। कहाँ बोला गांव बाटे गांव के का नाव बाटे राखि दा धनुहिया थकल होई पहुना ।। बबूनी... Bhojpuri · Geet · Ram Bhajan 500 Share Dhirendra Panchal 13 Sep 2022 · 1 min read चला साढ़ू भाई एहर लालू कचालू खियउले हवें । खाली मोदी जी चाय पे बझउले हवें । चला साढ़ू भाई । चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय , चला साढ़ू भाई । चला... Bhojpuri · जनता · बिहार · राजनीति 1 231 Share Dhirendra Panchal 31 Jul 2022 · 1 min read कहवां जाइं ताना मारे मेहरी गारी देवेले भउजाई , बोला कहवां जाइं । अनपढ़ हमसे करें ढिठाई , बोला कहवां जाइं । प्यार के प ना जनलीं कब्बो गइनी ना मधुशाला हो... Bhojpuri · बेरोजगार · बेरोजगारी · महादेव · विनती · सावन 1 401 Share Dhirendra Panchal 30 May 2022 · 1 min read ए बदरी सुखि गइलें पोखरा आ जर गइलें टपरी , ए बदरी । कउना बात पे कोहाइ गइलू ए बदरी । देखा पेड़वा झुराई गइलें ए बदरी । बनरा के पेट पीठ... Bhojpuri · कविता 437 Share Dhirendra Panchal 21 May 2022 · 1 min read रामे क बरखा ह रामे क छाता पटरा पे चदरा बिछाय जालें सुती । खाए के नून भात मरचा आ रोटी । जिनिगी गरीब के अस होरहा भुजाता । त रामे क बरखा ह रामे क छाता... Bhojpuri · कविता 4 1 770 Share Dhirendra Panchal 4 May 2022 · 1 min read हनुमंता ढांढस बन्हाई के जोहाई समुझाई के त शक्ति के भान उ करउलैं जमवंता । साहस न बाटे केहू तोहरा के रोके टोके छेके डाँड़ डहरी हो चाहे भगवंता । सिया... Bhojpuri · कविता 3 1 557 Share Dhirendra Panchal 6 Apr 2022 · 1 min read शारदा अंचरा के छाँव राखा दियवा के जार राखा , हियरा में ज्योति दा अपार माई शारदा । बुद्धि दा बिचार दा तू सरल सुभाव दा तू , प्रेम में अभाव... Bhojpuri · कविता 180 Share Dhirendra Panchal 6 Apr 2022 · 1 min read बदरिया चान छुपउले जाली कहवाँ , घुँघटा तनिक उठाव । बदरिया हमरो केने आव । बदरिया हमरो केने आव । झुलस रहल धरती के काया छाया ना भगवान लगे । तोहरे... Bhojpuri · कविता 1 274 Share