Dhananjay chaurasiya Tag: लेख 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dhananjay chaurasiya 8 Sep 2018 · 1 min read *भगवान की अदालत में वकालत नहीं होती. *किन साँसों का मैं एतबार करूँ जो अंत में मेरा साथ छोड जाऐंगी.!* *किस धन का मैं अंहकार करूँ जो अंत में मेरे प्राणों को बचा ही नहीं पाएगा..!!* *किस... Hindi · लेख 1 2k Share Dhananjay chaurasiya 6 Sep 2018 · 1 min read ?? *सुप्रभात* ?? *झूठ कहते हैं कि संगत का असर होता है...* *आज तक ना काँटों को महकने का सलीका आया*, *और ना फूलों को चुभना आया....!!!*?☝? *बात कड़वी है पर सच है।*... Hindi · लेख 291 Share Dhananjay chaurasiya 2 Sep 2018 · 1 min read *इंसान जाने कहां खो गये* *एक अच्छी कविता जो मनन योग्य है।* _"जाने क्यूं_ _अब शर्म से,_ _चेहरे गुलाब नही होते।_ _जाने क्यूं_ _अब मस्त मौला मिजाज नही होते।_ _पहले बता दिया करते थे, दिल... Hindi · लेख 550 Share