Deepak Upadhyaya 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Deepak Upadhyaya 12 Jun 2019 · 1 min read नासाज दिल दिल आज नासाज हे, नासमझ कुछ मिजाज हे, दर्द इश्क का नही फिर भी उदास हे, ख्वाईशो की लंबी फेहरिस्त के बोझ मे, गुमसुम हे, अंजान हे, परेशान हे.. करना... Hindi · कविता 2 1 274 Share