दीपक झा रुद्रा Tag: Quote Writer 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 14 Nov 2024 · 1 min read हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना। हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना। और मुझको पुण्य पावन प्रीत का पर्याय करना। मैं किसी महाग्रंथ का हूं पात्र ,घायल जुगनुओं से। तुम नवी संशोधनों... Quote Writer 28 Share दीपक झा रुद्रा 6 Nov 2024 · 1 min read जीव के मौलिकता से परे हो,व्योम धरा जल त्रास बना है। जीव के मौलिकता से परे हो,व्योम धरा जल त्रास बना है। जीवन के अपयश को नकारा,है फिर जीवन खास बना है प्रेम के पग पग पंकज के रस से ही... Quote Writer 25 Share दीपक झा रुद्रा 20 Oct 2024 · 1 min read कुर्बतों में रफ़ाकत थी, बहुत तन्हाइयां थी। कुर्बतों में रफ़ाकत थी, बहुत तन्हाइयां थी। बातें थी मगर बातों में भी रुसवाईयां थी। गले लगता रहा हूं आपसे मैं यकबयक लेकिन अंधेरा आंख में था बाहों में परछाइयां... Quote Writer 37 Share दीपक झा रुद्रा 20 Oct 2024 · 1 min read आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ.... आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ.... लेकिन मुझे जचा नहीं रहना दिया के साथ। शब ए ग़मो की मौज से बाहर न कीजिए... मिन्नत है छूट जाए... Quote Writer 27 Share दीपक झा रुद्रा 13 Oct 2024 · 1 min read धर्म के परदे के पीछे, छुप रहे हैं राजदाँ। धर्म के परदे के पीछे, छुप रहे हैं राजदाँ। भोज्य बिन व्याकुल हृदय का पूछता ही कौन है। कलम घिसने की कला को भूलकर इतरा रही... क्रंदनो के कड़वापन से... Quote Writer 38 Share दीपक झा रुद्रा 3 Oct 2024 · 1 min read मेरे स्वर जब तेरे कर्ण तक आए होंगे... मेरे स्वर जब तेरे कर्ण तक आए होंगे... तुमने भी अभ्युदय गीत गाए होंगे। इसी आस में हमने उस पर गीत लिखे सुनकर वो दो बोल तो दुहराए होंगे। अनुभूतियों... Quote Writer 61 Share दीपक झा रुद्रा 8 Sep 2024 · 1 min read उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा... उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा... मेरे आंखों सिर्फ़ वो ही दिखाई देगा। इसी यकीन से मैं उम्रभर बीमार रहूं कभी तो वो मुझे आकार के दवाई देगा। दीपक झा... Quote Writer 40 Share दीपक झा रुद्रा 17 Aug 2024 · 1 min read उम्रभर रोशनी दिया लेकिन,आज दीपक धुआं धुआं हूं मैं। उम्रभर रोशनी दिया लेकिन,आज दीपक धुआं धुआं हूं मैं। वास्ता इश्क़ है या पागलपन ,देख तो लो कहां कहां हूं मैं। दिलकशी, ऊन्स, चाहत,अकीदत,इबादत भी मुकाम ही हैं इश्क़ का... Quote Writer 64 Share दीपक झा रुद्रा 20 Jul 2024 · 1 min read चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों का गगन था..... चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों का गगन था..... मेरे तो हर गीतिका में आफताबों का गगन था। दीपक Quote Writer 77 Share दीपक झा रुद्रा 1 Jun 2024 · 1 min read हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का मुझको पागल ही किए जाएंगे मद उस रंग का। शायरी के आशिक़ी में मयकशी तक आ गया.... कौन गाएगा ग़ज़ल अब... Quote Writer 134 Share दीपक झा रुद्रा 1 Jun 2024 · 1 min read आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी हाथ से हाथ मिलाते हैं सियासत वाले। दीपक झा रुद्रा Quote Writer 113 Share