Dinesh Dave Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dinesh Dave 2 Aug 2016 · 1 min read पानी की बून्द! सागर कहलाती हो तुम होकर भी पानी की बून्द मत होना अलग तुम सागर से कभी भी तुम्हारा अस्तित्व जुड़ा है इसी से सागर में तुम समाहित हो जिस दिन... Hindi · कविता 1 785 Share Dinesh Dave 28 Jul 2016 · 1 min read मॉर्निंग वॉक पर कुछ पंक्तियाँ.. सेहत के वास्ते मॉर्निंग वॉक ... कुछ पंक्तियाँ .. 1....कलियाँ फूल पत्ते झुकी डालियाँ और बहती शीतल हवायें सुबह सुबह की चहल कदमी में मिलती ये सेहत की दवायें 2... Hindi · कविता 3 250 Share Dinesh Dave 26 Jul 2016 · 1 min read मॉर्निंग वॉक.. 1....कलियाँ फूल पत्ते झुकी डालियाँ और बहती शीतल हवायें सुबह सुबह की चहल कदमी में मिलती ये सेहत की दवायें 2 मॉर्निंग वॉक करके मैं तो मीत आया हूँ जैसे... Hindi · कविता 1 366 Share