दशरथ रांकावत 'शक्ति' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दशरथ रांकावत 'शक्ति' 7 Dec 2022 · 1 min read समय वीर का जग नहीं सुनता कभी आर्त दुर्बल की पुकार, सर झुकाता है कि जिसकी है खड्ग की तेज धार। रक्त शत्रु या कि मेरा युद्ध में निश्चित बहेगा, हां युगों तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 275 Share दशरथ रांकावत 'शक्ति' 27 Nov 2022 · 1 min read फितरत एक ही थाप से दरिया उफ़ान पर आ गया, जो दिल में था सब ज़बान पर आ गया। जो बुलाते थे कभी आना घर हमारे, रंग बदला मकान से दुकान... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 2 225 Share दशरथ रांकावत 'शक्ति' 2 Nov 2022 · 1 min read सच्चा आनंद जीवन की आपाथापी में कहां कोई स्वछंद है, कौन दुखों से दुखी नहीं यहां सबका जीवन जंग है। सुख दुख दोनों बहुत जरूरी यही निखारे जीवन को, बस कर्म करो... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक 2 4 386 Share दशरथ रांकावत 'शक्ति' 2 Nov 2022 · 2 min read कवि कर्म जब अंतस में आग लगी मन जब भी डांवाडोल हुआ, मैंने पीड़ा को शब्द दिये जख्मों का सच्चा मोल हुआ। द्वंद्व उठा जब चित्त विवेक में मन से हर बार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 3 331 Share दशरथ रांकावत 'शक्ति' 2 Nov 2022 · 1 min read बदलाव तेरे शहर में कबूतरों को कोई कोना नहीं नसीब, हमारे गांव आये मुसाफ़िर को भी रूक के जाना हैं। ख़ुशी में सब मिल के हंसते हैं गमों में साथ रोते... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 1 232 Share