CM Sharma Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid CM Sharma 11 Sep 2017 · 1 min read रिमझिम बारिश.... दुनिया के पहरे से डरती रहती है... दिल आँगन में सबसे छिप के मिलती है.... दिल में तेरे जो है वो बतला दे ना.... शाम सवेरे यूं ही रूठी रहती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 615 Share CM Sharma 17 Mar 2017 · 1 min read निशाँ ढूंढते हैं..... लोग मेरी ज़िन्दगी का निगेहबाँ ढूंढते हैं... अफसानों में मेरे इश्क़ का जहॉं ढूंढते हैं... दो पहर रात बाकी है सूली को अभी से.... गिरह लगाने को गर्दन पे निशाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 618 Share CM Sharma 27 Feb 2017 · 1 min read क्यूँ रंग बिखरा देख दिल सफाई देता है... धुंआ धुंआ सा ये शहर दिखाई देता है..... हरेक शख्स ही जिस्म की दुहाई देता है...... हरेक बात में चर्चा था मेरे इश्क़ का यहाँ.... क्यूँ आज गुमसुम मौसम दिखाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 453 Share CM Sharma 7 Feb 2017 · 1 min read ज़ख्म मेरे तू मुझे आज दिखाता क्या है.... ज़ख्म मेरे तू मुझे आज दिखाता क्या है.... दास्ताँ मेरी मुझे ही तू सुनाता क्या है... ख्वाब में आके सताना तो ठीक था लेकिन... ज़िन्दगी मेरी में आकर तू रुलाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 628 Share CM Sharma 27 Jan 2017 · 1 min read मेरी ज़िन्दगी पे जैसे बहार छा रही है.... मेरी ज़िन्दगी पे जैसे बहार छा रही है.... रूह मेरी में वो आके अपना हक़ जमा रही है... पलकों के मेरे आंसू अब उसके हो रहे हैं... बन मोतियों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 361 Share