CM Sharma Tag: कविता 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid CM Sharma 7 Apr 2018 · 1 min read छोटा मेरा आशियाँ… छोटा मेरा आशियाँ… बेटी..तुझमें मेरा जहां… आँखों में तेरी मैं देखूं… तारों भरा आसमाँ…. शोर पवन में सन्न सन्न सन्न सन्न…. पायल तेरी ज्यूं छन् छन्… चहके बुलबुल कूके कोयल…... Hindi · कविता 3 2 323 Share CM Sharma 28 Oct 2017 · 1 min read नज़्म – तुम ही बोलो… आज फिर तुमने, दिल मेरे पे, दस्तक दी है.... मेरे बालों में, तेरी उँगलियों ने, हरकत की है... एक सिहरन सी, बदन मेरे में, लहराई है...... ठहरे पानी में हलचल... Hindi · कविता 1 1 843 Share CM Sharma 9 Oct 2017 · 1 min read प्रेम मोल.... II छंद - उल्लाला II कान्हा नयन बह रहे, सुदामा चरण धुल रहे I निर्मल छवि ये देख के,सब लोक धन्य हो रहे II प्रेम मोल अनमोल है, जो प्रेम... Hindi · कविता 1 1 817 Share CM Sharma 16 Sep 2017 · 1 min read "चौका"...भ्रमजाल... II जापानी विधा "चौका" II मन का भ्रम संबंधों में दरार दंब प्रहार छिन्न भिन्न संसार फैसला हुआ अपने पराये का तेरा ओ मेरा खून भी बंट गया अंध विश्वास... Hindi · कविता 2 2 505 Share CM Sharma 8 Sep 2017 · 1 min read त्रिवेणी... (१) रुको, देखो, चलो... जीवन तुम्हारा है.. अपनों को बेसहारा न करो. (२) धर्म, जात, ताज... कोई कीमत नहीं तुम बिन.. इंसान हो तुम ! (३) बजुर्गों की लाठी... धरोहर... Hindi · कविता 1 2 367 Share CM Sharma 7 Sep 2017 · 1 min read कवि महोदय..... पढ़ पढ़ के कविताएं हमपे भी कवि बनने का जूनून सवार हो गया.... हम इस से भी बढ़िया लिख सकते हैं दिमाग पे यह भूत सवार हो गया... इस शान... Hindi · कविता 1 1 520 Share CM Sharma 4 Sep 2017 · 1 min read मिलने का टाइम.... एक हसीना ने थप्पड़ रसीद कर दिया जब... पुछा जो दोस्त से के क्या हुआ ये सब..... गाल पे थप्पड़ पाँचों उँगलियों के हैं निशाँ.... क्या कर दिया जुलम तुम्हारी... Hindi · कविता 599 Share CM Sharma 7 Mar 2017 · 1 min read तमाशा….. तालियों की गड़गड़ाहट हो रही थी… सब खड़े हो के ताली बजा रहे थे… जैसे दुनिया में तमाशा… चपल उँगलियों में नाचती… कठपुतलियों का पहली बार देखा हो… कितने अनजान... Hindi · कविता 672 Share CM Sharma 3 Mar 2017 · 1 min read छन्न पकैया ...... छन्न पकैया छन्न पकैया, बसंत राजा आये... बगिया में फूल खिले हैं, भँवरे भी मंडराएं... छन्न पकैया छन्न पकैया,अपनी दिल की बोली.. नासमझा कूंएं में जा, जो समझा हमजोली... \... Hindi · कविता 406 Share CM Sharma 28 Feb 2017 · 1 min read गधों का मता..... यह राजनीति भी कैसी राजनीति है.... बिना सर पैर सरपट भागती है.... मुद्दे सब पीछे छूट जाते हैं... जनता भौचक्की ताकती रह जाती है.... इलेक्शन आते ही नेताओं के ज्ञान... Hindi · कविता 484 Share CM Sharma 3 Feb 2017 · 2 min read मुर्दे की पहचान…. ज़िंदा रहा होगा इंसान कभी… जिसकी लाश काँधे पे उठा शमशान जा रहे थे सभी… घर वाले…रिश्तेदार…दोस्त…साथ थे सभी…. उनमें से किसी के साथ… मरने वाले का बचपन से ही... Hindi · कविता 1 914 Share CM Sharma 1 Feb 2017 · 1 min read हे सरस्वती माँ मेरी..... हे सरस्वती करुणामयी अनुकंपा करो माँ मेरी.... ओज भरी मधुर हो वाणी सरस हो मेरी लेखनी.... ओज भरी मधुर हो वाणी सरस हो मेरी लेखनी.... हे सरस्वती करुणामयी अनुकंपा करो... Hindi · कविता 590 Share CM Sharma 31 Jan 2017 · 1 min read अभिनय....... बचपन में परियों की कहानी सुनते थे... जब भी बच्चे को सुलाते थे... बोलते थे की सो जा .... सपने में परी देश से परी आएगी... सुन्दर सुन्दर खिलोने लाएगी...... Hindi · कविता 564 Share CM Sharma 23 Jan 2017 · 1 min read तस्वीर…. तस्वीर बनायी है इक मैंने... कुछ आढी तिरछी रेखाओं से... उलझी सी ज़ुल्फें उसकी... सुलझाने की कोशिश में... हाथ बढ़ाया मैंने... की रंग से भरने लगे... तकदीर में उसकी... उलझी... Hindi · कविता 352 Share CM Sharma 17 Jan 2017 · 1 min read दर्द.... मैं सरिता कल कल करती...मेरी पीड न जाने कोई... जो भी आता मैल ही धोता...बिन पूछे मुझे हर कोई ! समय के साथ बहती मैं हर पल....जाने है हर कोई....... Hindi · कविता 500 Share CM Sharma 16 Jan 2017 · 1 min read भारत माँ की शान हो तुम... ...बेटियां..... बेटी आँगन का फूल हो तुम... जीवन स्वर में संगीत हो तुम... मेरी आँखों में ज्योति हो तुम... साँसों में प्राण मेरे हो तुम... तुम से घर में उजियारा है....... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share CM Sharma 13 Jan 2017 · 1 min read हर बात तुम्हारी अच्छी है मैं तुम से बेहतर लिखता हूँ.. पर भाव तुम्हारे अच्छे हैं मैं तुमसे बेहतर दिखता हूँ पर अदा तुम्हारी अच्छी है मैं तुमसे बेहतर गाता हूँ पर धुन तुम्हारी अच्छी... Hindi · कविता 1 1k Share